
– सबसे पसंदीदा नंबर की नीलामी का आज आखिरी दिन
– अब तक कोई भी खरीदार नहीं आया सामने
इंदौर। वाहनों के वीआईपी नंबरों (VIP No.) की प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी कहे जाने वाले इंदौर में इस बार सबसे पसंदीदा 0001 नंबर को ही खरीदने वाला कोई नहीं मिल रहा है। परिवहन विभाग द्वारा की जाने वाली नीलामी का आज आखिरी दिन है और आज सुबह तक एक भी आवेदक ने इस नंबर को खरीदने में रुचि नहीं दिखाई है। नंबर को खरीदने के लिए सुबह 11.55 बजे तक ही बोली में शामिल हुआ जा सकता है।
परिवहन विभाग (transport Department) द्वारा हर सप्ताह सोमवार से गुरुवार के बीच वीआईपी नंबरों की नीलामी की जाती है। इस बार विभाग द्वारा नंबरों की नई सीरिज एमपी-09-जेडएस खोले जाने के बाद इसके नंबरों को भी इस नीलामी में शामिल किया गया है। इसके चलते उम्मीद थी कि 0001 जैसे प्रमुख वीआईपी नंबरों के लिए शौकीन वाहन मालिकों का उत्साह देखने को मिलेगा, लेकिन इसके ठीक विपरीत इस बार आज नीलामी के आखिरी दिन तक 0001 नंबर को खरीदने के लिए एक भी आवेदक सामने नहीं आया है। अगर 11.55 बजे तक कोई भी आवेदक इस नंबर को लेने के लिए नीलामी में शामिल नहीं होता है तो संभवत: पहली बार ऐसा होगा, जब नीलामी में 0001 नंबर होने के बाद भी यह नंबर बिना बिके ही नीलामी खत्म हो जाएगी।
47 नंबरों पर लगी बोली
0001 के अलावा अन्य वीआईपी नंबरों को लेने के लिए भी इस बार खास उत्साह नजर नहीं आ रहा है। इस बार अब तक सिर्फ 47 नंबरों पर ही बोली लगी है। इनमें भी सिर्फ दो ही नंबर ऐसे हैं, जिन्हें लेने के लिए एक से ज्यादा आवेदक सामने हैं। ये नंबर 0011 और 0072 हैं। बाकी सभी नंबर पर एक-एक आवेदक ही मौजूद हैं, जिससे ज्यादातर नंबर न्यूनतम कीमत पर ही नीलाम होने की उम्मीद है। बाकी नंबरों में 0005, 0006, 0009, 1234, 1111, 3333, 4444, 5555, 9000 जैसे नंबर शामिल हैं। नीलामी में विजेताओं का फैसला शाम 5 बजे होगा।
पिछली बार भी 0001 के लिए आया था एक ही आवेदक
एजेंट हर्ष जोशी ने बताया कि नई व्यवस्था में सभी वाहनों के लिए एक ही सीरिज कर दी गई है। इससे 20 से 25 दिनों में नई सीरिज खुलने के कारण वीआईपी नंबर बहुत जल्दी-जल्दी मिलने लगे हैं, जिससे लोगों में नंबरों का क्रेज खत्म हो रहा है। पिछले बार एमपी-09-जेडआर सीरिज का 0001 नंबर लेने के लिए भी सिर्फ एक ही आवेदक आया था और कोई कॉम्पिटिशन नहीं होने के कारण यह नंबर 1 लाख की न्यूनतम कीमत पर ही नीलाम हुआ था। इससे पहले एक बार यह नंबर 55 हजार में भी नीलाम हुआ है।
13 लाख में बिका है 0001
ऐसा नहीं है कि 0001 को लेकर शुरुआत से ही शहर में उत्साह की कमी है। पहले लागू नीलामी व्यवस्था में यह नंबर 13 लाख रुपए तक में बिका है और 0009 जैसे नंबर भी 7 लाख से ज्यादा कीमत पर नीलाम हुए हैं, लेकिन नई व्यवस्था के बाद अब लोगों का उत्साह कम होता जा रहा है।
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