
1. दिल्ली में हार के बाद केजरीवाल ने बदला सियासी रुख, आज पंजाब के AAP विधायकों की बुलाई बैठक
दिल्ली (Delhi) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की करारी हार के बाद पंजाब की सियासत (Politics of Punjab) का रुख बदलना शुरू हो गया है। इस बीच आप संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पंजाब के विधायकों के साथ दिल्ली में मंगलवार को बैठक बुलाई है। इस बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। केजरीवाल कपूरथला हाउस में सुबह 11 बजे विधायकों को पंजाब में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुमंत्र देंगे। वहीं, कुछ नाराज विधायक भी उनके सामने अपनी बात रखेंगे। वहीं, बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस बैठक के बहाने पंजाब में सीएम भगवंत मान को बदलने की तैयारी हो रही है। पंजाब में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का दावा है कि आप के 20 से अधिक विधायक पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। वहीं, भाजपा के हरजीत सिंह ग्रेवाल ने भी कहा है मुख्यमंत्री भगवंत मान को पद से हटाए जाने की जमीन तैयार की जा रही है।
2. लोकसभा में 251 सांसदों पर चल रहे आपराधिक मामले – SC ने जारी किए आंकड़े
राजनीति के अपराधीकरण (Criminalization of politics) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आंकड़े पेश किए गए। इससे पता चलता है कि 543 लोकसभा सांसदों में से 251 पर आपराधिक मामले (Criminal cases on 251) चल रहे हैं। उनमें से 170 पर ऐसे अपराध हैं, जिनमें 5 या अधिक साल की कैद की सजा हो सकती है। सीनियर वकील विजय हंसारिया ने जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस मनमोहन की पीठ को 83 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी, जिसे विभिन्न उच्च न्यायालयों से डेटा लेकर तैयार किया गया है। इसके मुताबिक, केरल के 20 में से 19 सांसदों (95%) के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं, जिनमें से 11 गंभीर मामले हैं।
3. विकसित भारत के लिए अगले दो दशक महत्वपूर्ण, PM मोदी ने बताया कैसे टारगेट करेंगे हासिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को इंडिया एनर्जी वीक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडिया एनर्जी वीक में देश और दुनियाभर से यहां, यशोभूमि में जुटे सभी साथी सिर्फ इसी का हिस्सा भर नहीं हैं, आप भारत की एनर्जी एम्बिशन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. दुनिया का हर एक्सपर्ट आज कह रहा है कि 21वीं सदी, भारत की सदी है. भारत अपनी ही नहीं, दुनिया की ग्रोथ को भी ड्राइव कर रहा है और इसमें हमारे एनर्जी सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने कहा कि भारत की एनर्जी एम्बिशन पांच पिलर्स पर खड़ी है. हमारे पास संसाधन हैं, जिसका हम उपयोग कर रहे हैं. हम अपने प्रतिभाशाली लोगों को इनोवेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. हमारे पास आर्थिक मजबूती और राजनीतिक स्थिरता है. भारत के पास स्ट्रैटजी जियोग्राफी है, जो एनर्जी ट्रेड को ज्यादा आकर्षक और आसान बनाती है. भारत, ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत के एनर्जी सेक्टर में नई संभावानाएं तैयार हो रही हैं.
4. अपराधी सरकारी नौकरी नहीं कर सकता, तो दोषी नेता चुनाव कैसे लड़ सकता है: सुप्रीम कोर्ट
देश में कई ऐसे सांसद और विधायक मौजूद हैं, जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसी पर देश की सर्वोच्च अदालत ने सवाल किया कि आपराधिक मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद कोई व्यक्ति संसद में कैसे लौट सकता है. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए SC ने ये सवाल किया है. जिसमें मांग की गई कि देश में सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों के शीघ्र निपटारे के अलावा दोषी नेताओं पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया. जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस मनमोहन की पीठ ने इसलिए इस मुद्दे पर भारत के अटॉर्नी जनरल से सहायता मांगी है. चुनौती देने पर केंद्र और भारत के निर्वाचन आयोग से तीन सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है.
भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों के खिलाफ हेट स्पीच यानी नफरती भाषण दिए जाने के आंकड़ों में असाधारण उछाल आया है. इस तरह के भाषणों में एक साल में 74 फीसदी वृद्धि देखी गई है. एक रिसर्च सर्वे में यह खुलासा हुआ है. वाशिंगटन स्थित ‘इंडिया हेट लैब’ रिसर्च ग्रुप ने सोमवार (10 फरवरी) को भारत में दिए जाने वाली हेट स्पीच का आंकड़ा पेश किया. इन आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में भारत में 1165 बार अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरती भाषण दिए गए. साल 2023 में यह आंकड़ा 668 था. यानी इनमें करीब 74% का उछाल आया है.
6. PM मोदी ने पेरिस में एआई एक्शन समिट को संबोधित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में एआई एक्शन समिट को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें ओपन सोर्स सिस्टम विकसित करना चाहिए जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए। हमें पूर्वाग्रहों से मुक्त गुणवत्ता वाले डेटा केंद्रों का निर्माण करना चाहिए, हमें प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण करना चाहिए और लोगों के केंद्र अनुप्रयोगों का निर्माण करना चाहिए। हमें साइबर सुरक्षा, दुष्प्रचार और डीपफेक से संबंधित चिंताओं का समाधान करना चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रौद्योगिकी प्रभावी और उपयोगी होने के लिए स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में निहित है।’
महाकुंभ (Maha Kumbh) मेले में देश भर से श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है। प्रयागराज में हर तरह स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु ही दिख रहे हैं। इतना ही नहीं प्रयागराज के अलावा आस-पास के शहरों में भी भीड़ देखी जा रही है। महाकुंभ के संगम में स्नान करने वाले साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और आम स्नानार्थियों की संख्या मंगलवार को 45 करोड़ की संख्या पार कर गई। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक 10 लाख कल्पवासियों समेत कुल 81.60 लाख लोगों ने स्नान किया और 13 फरवरी से अभी तक 45.58 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं। बयान के मुताबिक, मंगलवार की सुबह 8 बजे ही महाकुंभ में 45 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार हो गई। मंगलवार को सुबह 8 बजे तक करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। संभावना है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है। यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था।
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