
बकायादारों को थमाए नोटिस, कुर्की भी की गई
इंदौर। राजस्व वसूली (Revenue Collection) को लेकर दिए गए टारगेट (Target) के बाद इंदौर की सभी तहसीलों में तेजी से अभियान चलाया जा रहा है। बड़े बकायादारों (defaulters) के साथ छोटे बकायादारों को भी नोटिस थमाए गए हैं। मल्हारगंज (Malharganj ) तहसील को मिले 18 करोड़ के टारगेट को पूरा करते हुए अब तक 13 करोड़ की वसूली की जा चुकी है। वहीं राऊ तहसील एसडीएम ने भी 5 करोड़ वसूल लिए हैं। इस बार कलेक्टर द्वारा दिए गए शत प्रतिशत वसूली के टारगेट को इंदौर जिला पूरा करने के करीब पहुंच गया है।
आम जनता की सुनवाई करने के लिए महाअभियान के बाद चलाए गए राजस्व वसूली अभियान में भी एसडीएम, तहसीलदार और पटवारी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। शत प्रतिशत वसूली के टारगेट को छूने के लिए दिन-रात मेहनत की जा रही है। एसडीएम निधि वर्मा ने जहां अपने क्षेत्र से बड़े बकायादारों की सूची तैयार कर पटवारियों और जमीनी अमले को वसूली के लिए थमाई है, वहीं खुद भी एक-एक प्रकरण पर नजर रखकर वसूली करवा रही हैं। हाल ही में लक्ष्मीबाई अनाज मंडी से 87 लाख की बकाया राशि वसूली गई है। छोटे बकायादारों को भी नोटिस थमाकर सात दिन के अंदर राशि भरने के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद पांच से दस लाख की राशि वाले छोटे बकायादार सामने आने लगे हैं। एसडीएम राऊ गोपाल वर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही पांच करोड़ की राशि अब तक वसूल ली है। उनके अनुसार लगभग 11 करोड़ का टारगेट तहसील को दिया गया है। जो बकायादार राशि जमा नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ आज कुर्की के आदेश जारी किए गए हैं।
आईडीए ने भरे सात करोड़
अखबारों में प्रमुखता से खबर छापे जाने और उच्च अधिकारियों द्वारा नोटिस थमाए जाने के बाद इंदौर विकास प्राधिकरण ने भी लगभग सात करोड़ की राशि का चेक जिला प्रशासन को थमाया है। ज्ञात हो कि एक तहसील का बकाया भर वही रसीद सारे विभागों में दिखाने का मामला सामने आने पर कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए उक्त सात करोड़ की राशि का सभी तहसीलों में बंटवारा करने के निर्देश देते हुए सूचित करने को कहा था।
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