
इंदौर। मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedisivir Injection) की कालाबाजारी (Black Marketing) कम नहीं हो रही है. भोपाल(Bhopal) के हमीदिया हॉस्पिटल(Hamidia Hospital) के बाद अब नया मामला इंदौर (Indore)के शैल्बी अस्पताल (Shalby Hospital) में इंजेक्शन चोरी होने का है. अस्पताल प्रबंधन ने फार्मेसी कर्मचारी के खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उस पर 133 इंजेक्शन चुराने का आरोप है. पुलिस ने मंगलवार देर रात उसको हिरासत में भी ले लिया है. गिरोह में शामिल चार अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है.
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तुकोगंज थाना प्रभारी कमलेश शर्मा के मुताबिक अचलपुरा जिला भिंड निवासी अनूपपुर जनकसिंह चौहान की शिकायत पर आरोपित भूपेंद्र शैलीवाल के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज किया है. अनूप ने पुलिस को बताया कि आरोपित अस्पताल के फार्मेसी विभाग में नौकरी करता है. उसने साथियों के साथ मिलकर 133 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी कर बाजार में खपा दिए. चोरी इंजेक्शन की कीमत एक लाख 76 हजार 582 रुपये बताई गई है. थाना प्रभारी के मुताबिक गड़बड़ी में भूपेंद्र के साथ चार अन्य भी शामिल हो सकते हैं, जो फार्मेसी विभाग में ही नौकरी करते है. पुलिस वहां से रिकार्ड, फुटेज और ड्यूटी चार्ट मांग कर जांच कर रही है.
भोपाल में भी पुलिस ने इंजेक्शन ब्लैक करते एक को दबोचा
इधर, राजधानी भोपाल में सरकार की नाक के नीचे जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी जारी है. पुलिस ने फिर एक युवक को दबोच कर उसके पास से तीन इंजेक्शन बरामद किए. आरोपी ने तीन इंजेक्शन 30 हजार रुपए में खरीदे थे और इन्हें 90 हजार में बेच रहा था.
मिसरोद थाना पुलिस ने 11 मील चौराहा मिसरोद के पास निर्मल प्रेम हॉस्पिटल के सामने एक लड़का रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने की फिराक में खड़ा था. मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी मिसरोद निरंजन शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और टीम ने इलाके की घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसकी पहचान यासिर खान निवासी रेत घाट के रूप में हुई है. उसके पास तीन इंजेक्शन मिले. वो पूछताछ में इंजेक्शन से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाया.
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