
नई दिल्ली। भारत (India) और यूरोपीय संघ (European Union) के बीच मुफ्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) को लेकर 14वें दौर की वार्ता 6 अक्तूबर से शुरू होने जा रही है। दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत तक समझौते को अंतिम रूप देने के लक्ष्य के साथ तेजी से बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं।
ईयू के राजदूत हर्वे डेल्फिन ने फेडरेशन ऑफ यूरोपियन बिजनेस इन इंडिया (FEBI) की दूसरी वार्षिक आम बैठक में कहा कि यूरोपीय कंपनियों की भारत में भूमिका लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने बताया कि हमने हाल ही में भारत में ईयू व्यवसायों की भूमिका पर एक सर्वे किया है। वर्तमान में भारत में लगभग 6,000 यूरोपीय कंपनियां काम कर रही हैं, जिनकी संख्या पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। ये कंपनियां विनिर्माण, व्यावसायिक सेवाओं और सूचना व संचार प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
उन्होंने आगे बताया कि यूरोपीय कंपनियों ने भारत में 30 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं। वर्ष 2024 में भारत में इन कंपनियों का कुल टर्नओवर 186 अरब यूरो रहा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का लगभग पांच प्रतिशत है। डेल्फिन ने कहा कि यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन और प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल के अंत तक एफटीए को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है। वार्ता दल इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, हम अगले दौर की वार्ता और पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते की दिशा में आगे की वार्ताओं की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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