
इंदौर। एशियन विकास बैंक ने पूर्व में भी इंदौर-भोपाल मेट्रो के एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए लोन मंजूर किए थे और अब अंडरग्राउंड कॉरिडोर को विकसित करने के लिए 190 मिलियन डॉलर का लोन मंजूर किया है, जिससे इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 8.62 किलोमीटर लम्बा अंडरग्राउंड ट्रैक तैयार किया जाएगा, जिसमें 7 अत्याधुनिक स्टेशन भी रहेंगे। भारतीय मुद्रा में मंजूर किए गए लोन की राशि 1670 करोड़ रुपए के आसपास होती है। दूसरी तरफ मेट्रो कॉर्पोरेशन ने अंडरग्राउंड ट्रैक तैयार करने का ठेका लगभग 2200 करोड़ रुपए में दिया है और अभी एयरपोर्ट की तरफ से कम्पनी ने काम शुरू कर दिया है।
मेट्रो प्रोजेक्ट में कई तरह की बाधाएं भी आ रही हंै। खासकर अंडरग्राउंड ट्रैक को लेकर अभी भी जहां खजराना चौराहा के आगे का मसला नहीं सुलझा है तो दूसरी तरफ रीगल, राजबाड़ा और उसके आगे के ट्रैक में भी व्यापारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। अब छोटा गणपति मेट्रो स्टेशन को लेकर भी विरोध नजर आया। दूसरी तरफ अगर ट्रैक में कोई बदलाव किया जाता है तो डेढ़ से दो हजार करोड़ रुपए की राशि अधिक वहन होगी, इसे कौन वहन करेगा, इस पर निर्णय नहीं हो सका है। पलासिया से एमजी रोड के हिस्से में इसी कारण अब तक काम शुरू नहीं हो पाया। दूसरी तरफ गांधी नगर से लेकर अभी रेडिसन तक एलिवेटेड कॉरिडोर पर मेट्रो के संचालन की तैयारी भी चल रही है और इसका सफल ट्रायल भी लिया जा चुका है। वहीं गांधी नगर से एयरपोर्ट का हिस्सा भी अंडरग्राउंड रहेगा, जिसके चलते अभी कम्पनी ने एयरपोर्ट की तरफ से अंडरग्राउंड टनल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
दूसरी तरफ एडीबी ने इंदौर प्रोजेक्ट के अंडरग्राउंड कॉरिडोर के लिए अभी 190 मिलियन डॉलर का लोन भी मंजूर कर दिया है। मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह लोन मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को हासिल होगा और इसे 20 वर्षों या उससे भी अधिक समय में चुकाया जा सकेगा। इंदौर मेट्रो का जो पहला चरण 32 किलोमीटर का है, उसमें 8.62 किलोमीटर का हिस्सा अंडरग्राउंड बनना है, जो कि खजराना चौराहा से पलासिया, एमजी रोड, रीगल, राजबाड़ा, बड़ा गणपति होते हुए रामचंद्र नगर और एयरपोर्ट तक तय किया गया है। मगर इसमें अंडरग्राउंड ट्रैक को लेकर जगह-जगह विरोध किया जा रहा है, जिसके चलते ठेकेदार कम्पनी खजराना चौराहा के आगे से अंडरग्राउंड ट्रैक का काम अभी तक शुरू नहीं कर सकी है। जबकि ठेका मंजूर किए लगभग 6 माह का समय होने आया है। अभी एशियन विकास बैंक से जो लगभग 1670 करोड़ का लोन मंजूर हुआ है उस बारे में एडीबी के भारत के कंट्री डायरेक्टर मियो ओका के मुताबिक, इंदौर के तेजी से शहरीकरण, भीड़भाड़, प्रदूषण और बड़ी आबादी के लिए यह मेट्रो प्रोजेक्ट अत्यंत आवश्यक है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इंदौर में एयरपोर्ट से लेकर पलासिया तक जो 8.62 किलोमीटर का अंडरग्राउंड ट्रैक निर्मित किया जाना है उसके लिए हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन कम्पनी और टाटा प्रोजेक्ट के संयुक्त उपक्रम को 2191 करोड़ में ठेका दिया है और कुछ महीने पूर्व वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया। मगर कम्पनी अभी तक खजराना चौराहा के बाद से अंडरग्राउंड ट्रैक का काम शुरू नहीं कर सकी, क्योंकि इसको लेकर पेंच फंसा हुआ है। जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ रहवासियों-दुकानदारों ने भी पलासिया से एमजी रोड और उसके आगे राजवाड़ा से एयरपोर्ट के बीच भी विरोध किया है। दूसरी तरफ एशियन विकास बैंक लगातार लोन की राशि मंजूर कर रहा है। अभी 190 मिलियन डॉलर का लोन भी अंडरग्राउंड ट्रैक के लिए मंजूर कर दिया।
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