
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) की तरफ से जारी किए जाने वाले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की दूसरी किस्त की रिडेम्पशन प्राइस जारी को कर दिया गया है। आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2017-18 सीरीज II के लिए रिडेम्पशन प्राइस 9924 प्रति ग्राम तय किया है। यह सीरीज 28 जुलाई 2025 को मैच्योर हुआ था। बीते 8 साल में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने 250.67 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसमें 2.5 प्रतिशत का ब्याज (सेमी एनुअली भुगतान होता था) शामिल नहीं है। बता दें, यह रिडेम्पशन प्राइस 21 जुलाई से 25 जुलाई के बीच इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिशिएन का औसत दाम है।
2017 में जारी हुआ था सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की यह सीरीज
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जुलाई 2017 में जारी किया गया था। तब कीमत 2830 प्रति ग्राम था। वहीं, डिजिटल एप्लिकेशन वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिली थी। बता दें, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न के साथ-साथ कई सुविधाएं दी हैं। निवेशकों को मैच्योरिटी के वक्त पर टैक्स में छूट मिलती है। साथ ही यह गोल्ड बॉन्ड फिक्सड रिटर्न की भी गारंटी लेता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के क्या फायदे हैं?
आज के समय में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड फिजिकल बॉन्ड का एक विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के साथ शुद्धता और उसके स्टोरेज की भी चिंता नहीं करनी होती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को निवेश के 5 साल के बाद रिडेम्पशन करवाया जा सकता है। वहीं, सेकेंड्री मार्केट में इसे ट्रेड किया जा सकता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जहां निवेशकों को मोटा रिटर्न दिया है। वहीं सरकार भी फिजिकल गोल्ड की जगह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बढ़ावा देना चाह रही है। इससे सरकार पर एक्सपोर्ट का दबाव घटेगा। बता दें, सरकार ने डिजिटल तरीके से सॉवरेन गोल्ड में निवेश करने वाले इंवेस्टर्स को 50 प्रति ग्राम की छूट मिलती है।
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