
डेस्क: सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच पर लगभग 5 हज़ार करोड़ रुपये का सट्टा लगने की आशंका है. इंटरनेशनल सट्टेबाजों की फेवरेट टीम भारत बताई जा रही है. अंडरवर्ल्ड से लेकर दुनिया भर के बड़े सट्टेबाजों की नजर इस मैच पर है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. बता दें कि रविवार को फाइनल का मुकाबला भारत बनाम न्यूज़ीलैंड के बीच है.
बड़े अधिकारियों के अनुसार, दुबई में हर बड़े क्रिकेट मैच के दौरान देश-दुनिया के बड़े बुकीज इकट्ठा होते हैं. ऐसी ख़बरें हैं कि D-कंपनी की भी क्रिकेट के बड़े मैचों, खासकर दुबई में होने वाले मैचों पर पैनी नज़र रहती है. दिल्ली समेत भारत के कई वांटेड बुकीज दुबई से बैठकर सट्टेबाजी के बड़े नेटवर्क चला रहे हैं. चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान दिल्ली से अब तक 5 बड़े बुकीज गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनसे हज़ारों करोड़ के क्रिकेट सट्टेबाजी के काले साम्राज्य और दुबई के एपिक सेंटर बनने का ख़ुलासा हुआ है.
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी के भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच पर सट्टा लगाने वाले 2 बुकीज को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सट्टेबाजी के तार दिल्ली-एनसीआर से लेकर सीधे दुबई तक जुड़े होने का पता चला. गिरफ्तार आरोपियों में मनीष सहानी (42 साल) निवासी इंदिरा विहार, मुखर्जी नगर, दिल्ली, और योगेश कुकेजा (31 साल) निवासी इंदिरा विहार, मुखर्जी नगर,और सुरज (24 साल) निवासी हकीकत नगर, दिल्ली शामिल है. इनके पास से करीब 22 लाख कैश बरामद किए गए हैं. इसके अलावा एक असिस्टेंट साउंड बॉक्स (वॉयस रिकॉर्डिंग के लिए), 1 लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, 1 एलईडी टीवी, तथा कई नोटपैड और सट्टेबाजी की पर्चियां भी जब्त की गई हैं. यह गिरोह 5 मार्च को लाहौर, पाकिस्तान में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी सेमी-फाइनल (दक्षिण अफ्रीका बनाम न्यूज़ीलैंड) मैच पर सट्टेबाजी कर रहा था.
गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि पूरा नेटवर्क दुबई से नियंत्रित होता है. छोटू बंसल नाम का एक सट्टेबाज, जो अब दुबई में है, इस रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. उसने कनाडा में एक सट्टेबाजी ऐप तैयार करवाई थी, जिसके जरिए यह पूरा रैकेट चल रहा था. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक कई और बुकीज को गिरफ्तार किया है, जिनके तार भी दुबई से जुड़े पाए गए हैं.
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