
उज्जैन। जिला अस्पताल के शव विच्छेद कक्ष में इस साल की शुरुआत से लेकर आज तक कुल 596 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। यहाँ मौजूद शवों को रखने के फ्रीज कूलिंग नहीं दे रहे हैं और रात्रि में पोस्टमार्टम के लिए पर्याप्त लाईट की व्यवस्था भी नहीं है। संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इस साल 1 जनवरी से लेकर आज 15 सितंबर तक पोस्टमार्टम के लिए 596 शवों को लाया जा चुका है। डॉक्टरों की टीम ने इनके पोस्टमार्टम कर दिए हैं। साल की शुरुआत से लेकर अब तक 255 दिन की अवधि में रिकार्ड 596 पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में हो चुके हैं।
ऐसे में औसतन प्रत्येक दो दिन के अंतराल में 5 शवों का पोस्टमार्टम हुआ है। स्टॉफ के अनुसार शव विच्छेदन कक्ष में शवों को सुरक्षित रखने के लिए 4 फ्रीजर मौजूद हैं लेकिन काफी पुराने होने के कारण यह अब ठीक से कूलिंग नहीं दे पा रहे हैं। इतना ही नहीं आवश्यकता पडऩे पर अगर रात में पोस्टमार्टम करना पड़े तो कक्ष में प्रकाश के लिए हेलोजन की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में जब कभी इस तरह के मामले आते हैं और रात में पोस्टमार्टम करना पड़ता है तो चिकित्सकों को समस्या आती है।
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