
विजन-2047 पर कैबिनेट बैठक के बाद चर्चा, शाम साढ़े 6 बजे होंगे इंदौर से भोपाल रवाना
इंदौर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत हालांकि राजवाड़ा (Rajbada) का जीर्णोद्धार (Restoration) किया गया था, उसके बाद अब 15 करोड़ रुपए की राशि और खर्च की जाएगी। राजवाड़ा के संरक्षण और पुनस्र्थापना के लिए यह मंजूरी दी गई है, जिसमें दरबार हॉल को संरक्षित किया जाएगा। आज कैबिनेट के साथ इन कार्यों का भूमिपूजन भी होगा। वहीं लालबाग(Lalbagh) के जीर्णोद्धार पर भी लगभग 48 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जिसमें उद्यान, पुनर्वास कार्य भी शामिल हैं। कैबिनेट बैठक के पूर्व मुख्यमंत्री ने इन कार्यों का भूमिपूजन भी लालबाग पैलेस पहुंचकर किया। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा इन दोनों ऐतिहासिक विरासतों पर लगभग 63 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। कम्पेल स्थित अहिल्या कचहरी को भी राज्य संरक्षित स्मारक घोषित किया जाएगा।
आज निर्माणाधीन अहिल्या स्मारक का प्रजेंटेशन भी होगा। पुराने आरटीओ भवन की जमीन पर यह अहिल्या स्मारक निर्मित होना है, जिस पर लगभग 40 करोड़ रुपए की राशि पहले चरण में खर्च की जाना है। अभी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और स्मारक प्रतिष्ठान की अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ताई ने इसको लेकर बैठक भी ली और उसके पूर्व मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया कि अहिल्या स्मारक पूरे देश के लिए एक मिसाल बने, इस तरह इसकी सम्पूर्ण योजना पर काम किया जाए। निर्माण में लगने वाली राशि जनसहयोग से तो एकत्रित की जाएगी, साथ ही शासन भी अपनी सहभागिता देगा। वहीं यह भी प्रयास किए जा रहे हैं कि सिंहस्थ से पहले इस 40 करोड़ रुपए की योजना का पहला चरण पूरा हो जाए। हालांकि इस पूरे कार्य में लम्बा समय भी लग गया है। दूसरी तरफ आज पुरातत्व और पर्यटन विभाग द्वारा लालबाग और राजवाड़ा के मंजूर कार्यों का भूमिपूजन भी करवाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि होलकर शासकों ने अपना शुरुआती शासन कम्पेल क्षेत्र में शुरू किया था और अहिल्याबाई भी शुरुआत में कम्पेल ही आई थी और वहीं से उन्होंने इंदौर परगने पर शासन की शुरुआत की थी। वे जिस स्थान पर रहीं वह अहिल्या कचहरी के नाम से आज भी संरक्षित है। वहीं लालबाग पैलेस के जीर्णोद्धार के साथ कई नई सुविधाएं भी जुटाई जाएगी, जिसमें ओपन एयर थिएटर, देवी अहिल्या सेंटर फॉर सेल्फ डिफेंस, साइक्लिंग और वॉकिंग के लिए ट्रैक तो बनाए जाएंगे। इसके अलावा लाइट एंड साउंड शो भी होगा। शासन के प्रयास हैं कि इस ऐतिहासिक धरोहर पर अधिक से अधिक पर्यटक आकर्षित हों और इसे देखने आए। लालबाग में किए जाने वाले कार्यों के टेंडर जारी हो चुके हैं और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। मूल स्वरूप से छेड़छाड़ किए बगैर महल को और अधिक मजबूत बनाने के अलावा लालबाग परिसर को तीन झोनों में बांटकर अलग-अलग तरह की गतिविधियों में जोडक़र विकास कार्य किए जाएंगे।आने वाले दिनों में लालबाग को इंदौर के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं जो एक्टीविटी झोन है उसमें मंदिर, बावड़ी के अलावा फव्वारे के साथ-साथ बच्चों के लिए स्पोटर््स जोन और साइक्लिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा। इस बात के भी प्रयास किए जा रहे हैं कि धरोहर से अधिक से अधिक बच्चों को कैसे जोड़ा जाए। लिहाजा उनसे जुड़ी गतिविधियां अधिक से अधिक रखी जाएगी। इसमें हाट बाजार, संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए ओपन थिएटर का निर्माण भी किया जाएगा। आज सुबह मुख्यमंत्री कैबिनेट बैठक से पूर्व लालबाग भी पहुंचे।
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