
नई दिल्ली । मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के ग्वालियर के व्यापारी(Merchants of Gwalior) से गुजरात(Gujarat) के दो भाइयों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी(construction company) में पार्टनर बनाकर मुनाफे का झांसा देकर करीब 82 लाख रुपए की ठगी की है। क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को इस मामले में चार आरोपियों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद गुजरात से ग्वालियर के लिए रवाना हो चुकी है और उन्हें यहां लाकर पूछताछ की जाएगी।
ग्वालियर के हरिशंकरपुरम निवासी सानिध्य शिवहरे के साथ 2023 में ठगी की यह वारदात हुई थी। व्यापार के सिलसिले में उनके एक परिचित दिग्विजय सिंह शेखावत ने बलबीर सिंह से मुलाकात कराई थी। फिर बलबीर सिंह ने उसे दो भाई ललित देवाल व पंकज देवाल से मिलवाया।
दोनों ने उसे गुजरात मिलने बुलाया और सूरत निवासी ललित देवाल और पंकज देवाल नामक भाइयों ने अपनी श्री सेठ सांवरिया कंस्ट्रक्शन फर्म में सानिध्य को 30% पार्टनर बनाकर 82 लाख रुपए का निवेश करवाया और मोटा मुनाफा देने का वादा किया। लेकिन, जब मुनाफा मांगा गया तो कहा गया कि सारा पैसा बिजनेस में लगाया गया है।
दोनों आरोपी ग्वालियर आकर सानिध्य के पिता से भी मिले थे और भरोसा दिलाकर निवेश करवाया था। इसके बाद सूरत में पार्टनरशिप बॉन्ड साइन कराए गए। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने अपने ही रिश्तेदारों, विहारिका गधवी और विवेकदान गधवी को कंपनी में डायरेक्टर बनाकर पूरी रकम खुर्दबुर्द कर दी। ठग उससे और रुपए मांग रहे थे जब उसने और पैसा भेजने से इनकार किया और सूरत जाकर मामला जानना चाहा, तो पता चला कि उसकी रकम से कंपनी खड़ी कर दी गई और उसमें उसका नाम कहीं नहीं है।
सच्चाई सामने आने के बाद आरोपी टालमटोल करने लगे और आखिर में मोबाइल भी बंद कर दिया। पीड़ित ने तब ग्वालियर एसएसपी से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की थी। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में जांच के बाद गुजरात के सूरत जहांगीरपुर में दबिश देकर पंकज, उसकी पत्नी विहारिका, संपत आशिया पत्नी हरिसिंह, विवेकदान गढ़वी निवासी जहांगीरपुर सूरत गुजरात को गिरफ्तार किया है। अब इस मामले में मास्टर माइंड ललित देवाल फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।
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