
त्रिशूर: केरल (Kerala) के त्रिशूर ज़िले (Thrissur District) में पूनकुन्नम स्थित कैपिटल विलेज अपार्टमेंट्स (Capital Village Apartments) में रहने वाली प्रसन्ना (Prasanna) ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पते (Address) का इस्तेमाल करके 9 फर्जी वोट पंजीकृत (Fake Votes Registered) किए गए. प्रसन्ना के अनुसार, उनके परिवार में चार वयस्क और दो बच्चे हैं, लेकिन बाकी वयस्क अपने पैतृक गांव पूचिनीपदम में वोटर सूची में दर्ज हैं. उन्हें यह फर्जी नाम तब पता चले जब सत्यापन के लिए उनसे संपर्क किया गया. उन्होंने कहा कि हम इनमें से किसी को नहीं जानते. हमारी सहमति के बिना हमारे पते में नाम जोड़ना सही नहीं है.”
सीपीएम कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पूनकुन्नम के अन्य फ्लैटों, जैसे वाटर लिली और कैपिटल विलेज में भी मतदाता सूची में इसी तरह की गड़बड़ियां हुई हैं. उनका दावा है कि खाली फ्लैटों का इस्तेमाल करके दूसरे ज़िलों से वोट ट्रांसफर किए गए, ताकि पते के फर्जी आधार पर मतदाता पंजीकृत हो सकें.
सीपीएम नेता और त्रिशूर के पूर्व उम्मीदवार वीएस सुनील कुमार ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने मतदाता पंजीकरण में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं को अनुमति दी. उन्होंने कहा कि एक ही बूथ पर 280 आवेदन एक साथ आए और इनमें दूसरे निर्वाचन क्षेत्रों के लोग और प्रवासी मजदूर शामिल थे. उनके अनुसार, आयोग ने पते के प्रमाण के रूप में केवल पोस्टकार्ड का उपयोग करके पंजीकरण को आसान बना दिया, जिससे फर्जी नाम जोड़ना संभव हुआ.
विपक्षी नेता वीडी सतीशन ने चुनावी अनियमितताओं की गहन जांच की मांग की और भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने गलत तरीके से वोट जोड़े और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों को कमजोर किया. उन्होंने राहुल गांधी की सराहना की, जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया और नागरिकों से फासीवाद, निरंकुशता और सांप्रदायिकता के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया.
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