
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने राजस्थान और गुजरात (Rajasthan and Gujarat) से सोन चिरैया (Great indian bustard) को विलुप्त(Extinct) होने से बचाने के लिए ओवरहेड बिजली के तारों को भूमिगत करने की व्यावहारिकता पर विचार करने के लिए कहा है। उड़ने वाले भारी पक्षियों में से एक सोन चिरैया (Great indian bustard) विलुप्त होने के कगार पर है। मुख्य रूप से ओवरहेड पावरलाइन से टकराने से इनकी मौत हो रही है।
चीफ जस्टिस एसए बोबडे (Chief Justice SA Bobde) की अध्यक्षता वाली पीठ ने ओवरहेड पावर लाइनों को भूमिगत करने की व्यावहारिकता की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है। समिति में दो वैज्ञानिक डॉ. राहुल रावत व डॉ. सुठिरथा दत्ता और कॉर्बेट फाउंडेशन के डिप्टी डायरेक्टर दो. देवेश गढ़वी होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि समिति की सिफारिशों को बिजली उत्पादकों और अन्य हितधारकों द्वारा लागू किया जाएगा।
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