उज्जैन। प्रदेश में किसानों की समस्याओं (problems of farmers in the state) को लेकर समय-समय पर आंदोलन होते रहते हैं। अन्नदाता हलाकान है। बावजूद इसके जिम्मेदार कृषकों की समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जब किसानों के साथ घटनाएं घट जाती है इसके बाद अधिकारियों और नेताओं की नींद खुलती है। उपज बेचने पहुंचे रहे किसानों से कृषि उपज मंडी उज्जैन में तौल काटो में भारी गड़बड़ी (error) देखने मिली। जिसकी शिकायत किसी और नही बल्कि मप्र के एक मंत्री ने दूसरी मंत्री से की है।
बताया जा रहा है कि उज्जैन से विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कृषि मंत्री कमल पटेल से गत दिवस मुलाक़ात कर उज्जैन मंडी में तौल के गड़बड़झाले की शिकायत की। उन्होंने शिकायत में बताया कि किस तरह 2 से 3 किलो ज्यादा तौल कर किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। शिकायत मिलते ही कृषि मंत्री ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उज्जैन मंडी सचिव को फोन पर पीड़ित किसानों से संपर्क कर जांच के आदेश दिए। जांच के बाद एक व्यापारी फर्म सरदारमल समरथमल कोठारी पर मध्यप्रदेश मंडी बोर्ड अधिनियम 1972 क्रमांक 24 और 1973 की धारा 33 के तहत मंडी लाइसेंस आगामी आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा इस फर्म पर थाना चिमनगंज में एफआईआर भी दर्ज की गई है। इसके अलावा कई जगह जांच की जा रही है।