डेस्क। एथलीट्स के कपड़े (एक्टिववेयर) बेचने वाली क्लोथ चेन लोर्ना जेन पर ऑस्ट्रेलिया की एक कोर्ट ने 3.7 मिलियन डॉलर (करीब 27.53 करोड़ रु.) का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी ने दावा किया था कि उनकी कंपनी के कपड़े पहनकर कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया के अलावा अमेरिका, चीन और ताइवान में भी कोरोना प्रूफ बोलकर कपड़े बेचे थे।
लोर्ना जेन कंपनी महिलाओं के लिए एक्टिववेयर बनाती है। ज्यादातर एक्सरसाइज करते समय इन कपड़ों को पहना जाता है। ऑस्ट्रेलिया में जिस समय कोरोना संक्रमण पीक पर था, उस वक्त कंपनी ने एलजे शील्ड नामक एक प्रोडक्ट लॉन्च किया। इस प्रोडक्ट को यह कहकर प्रचारित किया गया कि इसे बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए कपड़े में कोरोना वायरस को खत्म करने की क्षमता है। इस कपड़े को ग्राउंडब्रेकिंग टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया में कंपनी के 108 स्टोर हैं। इसके अलावा अमेरिका और न्यूजीलैंड में भी कई स्टोर कंपनी के पास हैं।
जज ने कहा- ये ग्राहकों का शोषण करने जैसा
दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया की प्रतियोगिता नियामक इकाई ने लोर्ना जेन कंपनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। कंपनी की को-फाउंडर लोर्ना जेन क्लार्कसन पर लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगा। इसके बाद एक स्थानीय अदालत ने कंपनी पर जुर्माना लगा दिया। जुर्माना लगाते हुए जज ने कहा कि कंपनी ने गलत जानकारी देकर अपने ग्राहकों का शोषण किया है।
कोर्ट ने कहा- आपने लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया
कोर्ट की कार्रवाई में कंपनी ने स्वीकार किया कि लोर्ना जेन क्लार्कसन ने अपने मार्केटिंग अभियान में शब्दों का हेरफेर किया। जज ने कहा कि कंपनी ने लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है, क्योंकि ग्राहक आसानी से कंपनियों के दावे की पड़ताल नहीं कर पाते हैं।
कंपनी ने कहा- हमें सप्लायर ने गलत जानकारी दी
कंपनी ने कोर्ट से कहा कि वे भी एक सप्लायर की गलती का शिकार हुए हैं। ये प्रोडक्ट उन्हें एक विश्वसनीय सप्लायर ने बेचा था। उसने इस एक्टिववेयर को लेकर जैसा दावा किया था, असल में वैसा कुछ भी नहीं था। सप्लायर ने विश्वास दिलाया कि एलजे शील्ड में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। उसने बताया था कि कपड़ा एंटी-बैक्टीरियल और एंडी वायरल है। इससे हमें लगा कि हम ग्राहकों को लाभ पहुंचा रहे हैं।