
नई दिल्ली। देश (country) में पिछले एक हफ्ते से 10 राज्यों (10 states) में कोरोना के नए मामलों (New cases of corona) में लगातार बढोतरी ( increasing) हो रही है। इसी के मद्देनजर शनिवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने केरल सहित दस राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस बैठक में 10 फीसदी से ऊपर पॉजिटिविटी दर वाले 46 जिलों में कोरोना प्रबंधन के उपायों की समीक्षा की गई। इन राज्यों में केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर शामिल है।
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने ऐसे सभी राज्यों को ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर देने के साथ साथ कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान को भी तेज करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए निजी अस्पतालों को प्रोत्साहित करने की भी सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को सलाह दी कि जहां अधिक मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं वहां गहन रोकथाम और सक्रिय निगरानी सुनिश्चित करें, इ-मैपिंग के आधार पर कंटेनमेंट क्षेत्र को परिभाषित करें, आईसीएमआर दिशानिर्देश के अनुरूप मृत्यु गणना की रिपोर्ट करें।
आईसीएमआर ने दी चेतावनी, कोरोना अनुरूप व्यवहार का पालन करवाएं राज्य
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने राज्यों को कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है इसलिए लोगों को कोरोना अनुरूप व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश के 46 जिलों में 10 प्रतिशत से पॉजिटिविटी दर्ज की जा रही है। पिछले एक हफ्ते से प्रतिदिन लगभग 40,000 मामलों की रिपोर्ट हो रहे हैं। देश के 53 जिले में 5 -10% के बीच पॉजिटिविटी दर देखी जा रही है। राज्यों को सलाह दी गई है कि वे जिलावार रोग प्रसार डेटा के लिए अपने स्तर पर सीरो-सर्वेक्षण करें।
टीकाकरण में तेजी लाए राज्य सरकार
उन्होंने राज्यों को 60 और 45-60 आयु वर्गों में टीकाकरण में तेजी लाने की सलाह दी, क्योंकि साक्ष्य से पता चलता है कि मृत्यु दर का लगभग 80 फीसदी हिस्सा इन्हीं कमजोर आयु समूहों से है। प्रवर्तन उपायों के संबंध में, उन्होंने राज्य के अधिकारियों को सभी गैर-जरूरी यात्रा से बचने और लोगों की सभी बड़ी सभाओं को हतोत्साहित करने की सलाह दी है।
वायरस के नए वेरियंट पर भी नजर रखें राज्य सरकार
राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच को लेकर जीनोमिक निगरानी के लिए इन्साकॉग प्रयोगशाला नेटवर्क का उपयोग करने और प्रहरी साइटों व मामलों की बढ़ोतरी पर नजर रखने के लिए कहा गया। (एजेंसी, हि.स.)
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