
लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री (UK PM) बोरिस जॉनसन (Boris johnson) जी-7 की वर्चुअल बैठक में दुनिया के नेताओं (G-7 leaders) से अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) से भागकर आए शरणार्थियों (Afghans refugees) के लिए समर्थन (Support) बढ़ाने का आग्रह (Urge) करेंगे। जॉनसन मंगलवार दोपहर जी-7 नेताओं की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, वह सहायता में वृद्धि का आह्वान करेंगे, और देश में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए हर मानवीय और राजनयिक सहायता का उपयोग करने का वादा करेंगे।
बैठक से पहले, जॉनसन ने कहा है कि पहली प्राथमिकता हमारे नागरिकों और उन अफगानों की निकासी को पूरा करना होना चाहिए जिन्होंने पिछले 20 वर्षों में हमारे प्रयासों में सहायता की है।
उन्होंने कहा, “जैसा कि हम अगले चरण के लिए तत्पर हैं, यह महत्वपूर्ण है कि हम एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय के रूप में एक साथ आए और लंबी अवधि के लिए एक संयुक्त ²ष्टिकोण पर सहमत हो।”
ब्रिटिश प्रधान मंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से युद्धग्रस्त देश से सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की समय सीमा बढ़ाने के लिए भी कहेंगे। हालांकि, पेंटागन के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि अमेरिका का ध्यान महीने के अंत तक इसे पूरा करने पर है। इस बीच, तालिबान ने कहा है कि कोई भी विस्तार एक सहमत समझौते का स्पष्ट उल्लंघन होगा। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद भी मंगलवार को अफगानिस्तान पर अपना आपातकालीन सत्र आयोजित करेगी।
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