मैहर और सैलाना में दीवार फांदकर भागने की घटना के बाद भी नहीं लिया अफसरों ने सबक
इंदौर। जेल मुख्यालय (Jail Headquarters) द्वारा बिना परमिशन (Without Permission) के कैदियों (Prisoners) को बाहरी क्षेत्रों (Outside Areas) में ले जाकर काम कराने पर लगाए गए प्रतिबंध (Restrictions) के बावजूद जेल अधिकारी (Jail Officer) नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। मैहर जेल (Maihar Jail) तथा रतलाम जिले की सैलाना जेल (Sailana Jail) के तीन कैदी दीवार फांदकर भाग गए थे। उस घटना के बाद भी अधिकारियों ने सबक नहीं लिया है। इंदौर में भी पिछले दो दिनों से ऐसे खूंखार कैदियों को बाहर ले जाकर काम कराए जाने का मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत जेल महानिदेशक तक पहुंची है।
सेंट्रल जेल ( Central Jail) में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों (Prisoners) से जेल अधिकारी सारे नियमों को ताक में रखकर बहाने से उन्हें चहारदीवारी से बाहर ले जाकर काम करा रहे हैं। ऐसे ही दो कैदी जाकिर पिता बच्चू और धीरेंद्र पिता फतेहसिंह पेट्रोल पंप (Petrol Pump) के पास काम करते देखे गए। जब फोटोग्राफर ने उनकी तस्वीर लेना चाही तो दोनों कैदी और उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाही मुंह छिपाकर वहां से भाग खड़े हुए। दरअसल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे द्वारा इन कैदियों से जेल के बाहर एक बड़ी दुकान का निर्माण कराया जा रहा है, जहां दोनों कैदी वेल्डिंग का काम कर रहे हैं। जेल सूत्रों का कहना है कि इन कैदियों (Prisoners) से कोरोना काल के दौरान असरावदखुर्द और वैष्णव कॉलेज में भी वेल्डिंग का कार्य कराया गया था। हालांकि जेल महानिदेशक अरविंद कुमार का कहना है कि कैदियों (Prisoners) को बाहर काम कराने के लिए ले जाया जा सकता है, लेकिन उसके लिए नियममानुसार भोपाल (Bhopal) से परमिशन लेना पड़ती है और सबंंधित कैदी का आचरण और उसका पूरा रिकार्ड देखा जाता है। गौरतलब रहे कि मैहर जेल में पिछले दिनों दो कैदी दीवार कूदकर भाग गए थे, वहीं सैलाना में भी एक कैदी भाग गया था, जिसका आज तक पता नहीं चल पाया है। जेल डीजी ने बताया कि यदि नियमों की अनदेखी कर अधिकारी कैदियों (Prisoners) से बाहर काम करा रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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