भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस (Congress) के पुराने वोट बैंक रहे आदिवासियों (Tribals old vote banks) पर अब बीजेपी (BJP) की भी नजर है. अपना वोट बैंक बचाए रखने के लिए कांग्रेस ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने आज बड़वानी में आदिवासी अधिकार यात्रा निकाली तो वहीं बीजेपी ने कमलनाथ समेत पूरी कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगा दिए।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और कमलनाथ पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा- कमलनाथ की आदिवासी अधिकार यात्रा धोखा यात्रा है. शर्मा ने कमलनाथ से सवाल पूछा कि 15 महीने मुख्यमंत्री रहते हुए उनकी सरकार ने आदिवासियों के अधिकार क्यों छीने. सहरिया जाति को बीजेपी सरकार में ₹1000 की राशि दी जाती थी उसे बंद क्यों किया गया. 15 महीने की सरकार में आदिवासी जिलों की याद कांग्रेस को क्यों नहीं आई. मंत्रालय में दलालों के साथ बैठक में क्यों व्यस्त रहे।
फूट डालो राजनीति करो
वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर फूट डालो राज करो की नीति अपनाने का आरोप लगाया. पार्टी ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश में आदिवासी चेहरे को राज्यपाल बनाकर भाजपा ने आदिवासी नेतृत्व को आगे बढ़ाया. कांग्रेस ने कभी भी आदिवासी कल्याण के लिए चिंता नहीं की. जबकि तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने आदिवासी मंत्रालय बनाने का फैसला किया था।
बीडी शर्मा ने कमलनाथ को दिया न्यौता
आदिवासियों के मुद्दे पर छिड़ी सियासत के बीच बीडी शर्मा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को न्योता दिया है. शर्मा ने कहा कि 15 नवंबर को बीजेपी गौरव दिवस मनाने जा रही है. टंट्या भील के जन्म दिवस के मौके पर कमलनाथ शामिल हों. अगर वो कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो बीजेपी सरकार के आदिवासी हित में लिए गए फैसलों की जानकारी उनके सामने रखी जाएगी. शर्मा ने कमलनाथ पर टंट्या भील का अपमान करने का आरोप लगाया।
सरकार को जगाने की कोशिश
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कांग्रेस सरकार और पार्टी हमेशा से आदिवासियों की हितैषी रही है. यही वजह है कि आदिवासी समाज हमेशा कांग्रेस के साथ रहा. कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए आदिवासी हित में कई बड़े फैसले लिए थे.लेकिन बीजेपी सरकार में आदिवासियों की उपेक्षा हो रही है. इसीलिए लेकर कांग्रेस ने आदिवासी अधिकार यात्रा निकाली है ताकि सरकार को जगाया जा सके।
अदिवासी अधिकार यात्रा बनाम गौरव दिवस
मध्य प्रदेश में आदिवासी सीटों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस अभी से दम लगा रहे हैं. कांग्रेस ने बड़वानी में आदिवासियों के साथ एक बड़ा कार्यक्रम कर अपनी पैठ मजबूत बनाने की कोशिश की. बीजेपी अब 15 नवंबर को गौरव दिवस के बहाने आदिवासी अधिकार यात्रा का जवाब देने की तैयारी कर रही है।