वॉशिंगटन । अमेरिकी नागरिकता (U.S. citizenship) लेने के कई वर्षों से आस लगाए लोगों के लिए कुछ राहत भरी खबर आ रही है। नई खबर है कि अमेरिकी संसद एक ऐसे बिल पर विचार कर रही है कि जिसमें ग्रीन कार्ड (green card) का इंतजार कर रहे लोगों को नियमों के अनुसार फीस देकर नागरिकता मिल सकेगी, इसमें भारतीय नागरिक (Indian citizens too) भी है, हालांकि, बिल अभी बिल्कुल शुरुआती दौर में है। इसकी प्रक्रिया में काफी वक्त लग सकता है। ग्रीन कार्ड का बैकलॉग बहुत लंबा होता है और लाखों लोग खासकर आईटी प्रोफेशनल्स इसका शिकार बनते हैं। उन्हें बार-बार अपना वर्क वीजा रिन्यू कराना होता है। बता दें कि अमेरिका द्वारा यह नया बिल पास होने से शुल्क का भुगतान करके अमेरिका में वैध स्थायी निवास पाने की उम्मीद कर सकते हैं।
क्या है ग्रीन कार्ड जानिए
ग्रीन कार्ड वह कार्ड जिसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है, अमेरिका में प्रवासियों को जारी किया जाने वाले एक ऐसा दस्तावेज है, जो इस बात का प्रमाण है कि उन्हें स्थायी रूप से वहां रहने का विशेषाधिकार दिया गया है। प्रतिनिधि सभा की न्याय समिति की ओर जारी बयान के मुताबिक एक रोजगार-आधारित अप्रवासी आवेदक पांच हजार डॉलर (लगभग 3.75 लाख रुपये) के पूरक शुल्क का भुगतान करके अमेरिका में बसने का सपना देख सकते हैं।
फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार ईबी-5 श्रेणी (प्रवासी निवेशक) के लिए शुल्क 50000 डॉलर है। यह प्रावधान 2031 में समाप्त हो रहा है। एक परिवार-आधारित प्रवासी आवेदन के लिए, जो किसी अमेरिकी नागरिक के जरिये प्रायोजित है और जिसकी प्राथमिकता तिथि दो वर्ष से अधिक है, ग्रीन कार्ड प्राप्त करने का शुल्क 2500 डॉलर (लगभग 1.87 लाख रुपये) होगा।