
पटना। कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के अवसर पर शुक्रवार को बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) और सारण जिले के सोनपुर में गंगा-गंडक संगम (Ganga-Gandak Sangam) पर हजारों श्रद्धालुओं (Thousands of devotees) ने आस्था की डुबकी लगाकर (Take a dip of faith) हरिहरनाथ मंदिर में भगवान हरिहर पर जलाभिषेक कर आशीर्वाद मांगा।
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं तथा स्वास्थ्य एवं समृद्धि में वृद्धि होती है। पटना के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों से आए लोग इन घाटों पर तो गंगा में डुबकी लगा रहे थे और दान कर रहे थे। इस दिन अन्न, धन और वस्त्र दान का विशेष महत्व है।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम कोनहारा घाट पर भी लाखों लोग स्नान के लिए जुटे हुए थे। लोग संगम में डूबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे थे। इस दौरान हरिहरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था। कहीं गंगा मइया के गीत हो रहे थे तो कहीं नारायणी नदी की आरती हो रही थी। इस बीच, हालांकि आने वाले श्रद्धालुओं को सोनपुर मेला नहीं लगने से निराशा हो रही थी। सरकार ने कोरोना गाइडलाइन के तहत मेला लगाए जाने की अनुमति नहीं दी थी। काली घाट पर भी दुकानें लगी थी।
गंगा के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों में कोसी, गंडक सहित अन्य नदियों के घाटों पर भी लोग स्नान कर स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना कर रहे थे।कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना के गंगा तटों पर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। गंगा में निजी नाव के परिचालन पर पाबंदी लगा दी गई थी। मंदिरों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा पूजा-अर्चना करने वालों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही थी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved