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कोरोना संकट के चलते इस पर सूर्य नमस्कार पर लग सकती है रोक

January 09, 2022

  • 10 जनवरी को कोरोना की समीक्षा में तय होगी कार्यक्रम की रूपरेखा

भोपाल। प्रदेश में हर साल की भांति इस साल भी स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 12 जनवरी को स्कूलों में सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन के बीच स्कूलों में इस तरह के आयोजन पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि इस पर फैसला 10 जनवरी को कोरोना समीक्षा बैठक में लिया जाएगा। संभवत: स्कूल शिक्षा विभाग इस पर स्कूलों में सूर्य नमस्कार को आंशिक या फिर पूरी तरह से रोक सकती है।



पूर्व मुख्मयंत्री कमलनाथ आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तमाम पाबंदियां लगाने की घोषणा करती जा रही है। इस बीच स्कूलों में बच्चों की भीड एकत्रित करने के कार्यक्रम उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। कमलनाथ ने कहा कि वे सूर्य नमस्कार का विरोध नहीं कर रहे, बच्चों को इस बार सूर्य नमस्कार घरों में करन चाहिए।
नाथ ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में शादियों के लिए 250 लोगों की सीमा है, उठावना के लिए 50 लोगों की सीमा है, मेले-आयोजनों पर रोक है। ऐसे में सूर्य नमस्कार का सामूहिक आयोजन करना शिक्षकों, स्कूल के स्टाफ और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। नाथ ने सरकार से मांग की है कि सार्वजनिक स्थलों व स्कूलों पर सूर्य नमस्कार के सामूहिक आयोजन पर रोक लगाई जाए। उस दिन सभी सूर्य नमस्कार तो करें, लेकिन घरों में, सुरक्षित रहकर ही करें।

स्कूल स्टाफ और विद्यार्थी लें हिस्सा
शासन द्वारा जारी निर्देशों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने भी स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं। कहा गया है कि सभी छात्र-छात्राएं, स्कूल का पूरा स्टाफ आवश्यक रूप से आयोजन में हिस्सा लें।

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