
भोपाल। राजधानी भोपाल (Bhopal) में गिरफ्तार आतंकियों (arrested terrorists) के मामले में बड़ा खुलासा (big reveal) हुआ है. आरोपियों के पास से जिहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं. प्रारंभिक जांच में आरोपियों का ताल्लुक जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (Jamaat-e-Mujahideen Bangladesh) के सक्रिय सदस्य के रूप में होना पाया गया है. बता दें इन्हें भोपाल ATS ने ऐशबाग थाना इलाके से गिरफ्तार किया था।
ये आतंकी किए गए है गिरफ्तार
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी आतंकियों के JMB से जुड़े होने की पुष्टि की है. नरोत्तम मिश्रा ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि ATS ने फजहर अली उर्फ महमूद पिता अशरफ इस्लाम उम्र 32 साल, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद पिता नूर अहमद शेख उम्र 24 साल, जहूरउद्दीन उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली पिता शाहिद पठान उम्र 28 साल, फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन, उर्फ हुसैन पिता अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है।
इन घटनाओं में जमात-ए-मुजाहिद्दीन का हाथ
जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश आतंकवादी संगठन ने 2005 में बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर लगभग 500 छोटे बम विस्फोट किए गए थे. 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान बम ब्लास्ट में और 2018 में बोधगया बम ब्लास्ट में भी इसी संगठन का हाथ था. इस पर 2019 में भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था।
भारत में स्लीपर सेल तैयार करता है संगठन
इस आतंकवादी संगठन के द्वारा भारत के कई क्षेत्रों में स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे आतंकवादी घटनाएं कराई जा सके. गिरफ्तार सभी आतंकी ऐसी ही एक स्लीपर सेल का हिस्सा है जो कोई बड़ी घटना करने के फिराक में था।
कहां हुई थी गिरफ्तारी
ATS को सूचना मिली थी कि भोपाल में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. पड़ताल के बाद शनिवार देर रात 3:30 बजे पुलिस ऐशबाग पहुंची और एक बिल्डिंग में छापा मारा. यहां पुलिस के आने की भनक लगने पर आतंकियों ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था, जिसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई और वहां से दो लोगों को पकड़ा गया. इनकी निशान देही के बाद दो अन्य को करोंद इलाके की खातिजा मस्जिद के करीब से गिरफ्तार किया गया था।
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