
छतरपुर। कहते हैं कि बच्चे बड़ों को कॉपी (children copy elders) करते हैं। इसलिए बच्चों के सामने कुछ करने से बचना चाहिए। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में ऐसा ही कुछ हुआ है। यहां बड़ों को शराब पीता (seeing elders drinking) देख कुछ बच्चों को भी पीने का शौक चढ़ गया। फिर बाकायदा कुरकुरे वगैरह का इंतजाम कर खेत में पहुंच गए। लेकिन शराब पीने के बाद हालत खराब हो गई। पता चलने पर परिजन अस्पताल ले गए। यहां गंभीर हालत में उन्हें भर्ती किया गया। ठीक होने के बाद नाबालिगों ने कसम खाई कि अब कभी शराब को हाथ नहीं लगाएंगे।
खेत में रखी थी शराब
मामला छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के गदरी गांव का है। यहां सातवीं क्लास में पढ़ने वाला 12 साल का नाबालिग अपने हमउम्र साथी के साथ खेत में पहुंचा। दोनों ने वहां छुपाकर रखी शराब की बॉटल से नशा किया। शराब पीने के कुछ देर बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी और वह गश खाकर गिर गए। इनमें से एक बच्चे ने कुछ कम पी थी। उसने जाकर परिजनों को हाल बताया। इसके बाद वहां पहुंचे परिजन गंभीर हालत में उसे लेकर नौगांव अस्पताल ले गए। हालांकि अब बच्चे की हालात में सुधार हो रहा है और अब उसने कभी शराब न पीने की कसम खा ली है।
हालत में सुधार आब्जर्वेशन में रखा
अस्पताल में डॉक्टरों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिक ट्रीटमेंट के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज कर उसे बच्चा वार्ड में आब्जर्वेशन में रखा हुआ है। बच्चे और परिजनों की मानें तो लोगों को शराब पीते देखना अच्छा लगता था। इसके बाद उन्होंने भी शराब पीने का मन बनाया। 5-5 रुपये वाला कुरकुरे का पैकेट लेकर खेत में रखी शराब की बॉटल से गिलास में शराब डालकर पैग लगा लिए। हालांकि अब बच्चे की हालात में सुधार हो रहा है और अब उसने कभी शराब न पीने की कसम खा ली है।
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