
नई दिल्ली। भारतीय पुरुष टीम (Indian Men’s Team) के थामस कप में स्वर्ण पदक (Thomas Cup Gold Medal) जीतने से भारतीय बैडमिंटन संघ Badminton Association of India (बाई) BAI काफी उत्साहित है और उसने दो और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट (International Tournament) की मेजबानी करने का फैसला किया है। बाई के सचिव संजय मिश्रा (BAI Secretary Sanjay Mishra) का इस बारे में कहना है कि भारत में अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का आयोजन किया जाना चाहिए। अभी हमारे यहां दिल्ली में सुपर-500 इंडिया ओपन, लखनऊ में सुपर-300 सैयद मोदी मेमोरियल और सुपर 100 ओडिशा ओपन का आयोजन होता है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही पुणे में जूनियर इंटरनेशनल और बेंगलुरु में इंटरनेशनल चैलेंज का आयोजन होता है। आज अगर यूरोप में कोई टूर्नामेंट होता है तो हमारे 40 खिलाड़ी वहां खेलने जाते हैं और एक खिलाड़ी पर सब मिलाकर डेढ़-दो लाख रुपये खर्च होते हैं। हम लोगों ने अध्यक्ष से अपील की और सभी ने फैसला किया कि हम दो और अंतरराष्ट्रीय चैलेंज की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं।
संजय मिश्रा का कहना है कि आगे हम विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) से इसकी मेजबानी हासिल करने की अपील करने जा रहे हैं और अगर ऐसा हो जाता है तो अगले साल से हम लोग दो अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे।’ उन्होंने कहा, हम सभी राज्य संघों से कहेंगे कि अपने-अपने राज्यों से दो-दो कोच के नाम की सूची बाई को दें। उसके बाद हम चार-चार कोचों के दल को बारी-बारी से दो नेशनल कोचिंग सेंटर में दो सप्ताह के लर्निग डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए भेजेंगे, जिससे वहां सीखने के बाद वे राज्य में जाकर और बेहतर काम कर सकें।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) इसके साथ ही अंडर-11 के लिए एक टूर्नामेंट की शुरुआत करेगा। पंचकूला और नागपुर में राष्ट्रीय सेंटर खोलने की भी हमारी योजना है। हमारी कोशिश होगी कि राष्ट्रमंडल खेलों में हम ज्यादा से ज्यादा पदक देश के लिए लाएं। थामस कप में जीत हासिल करना हमारे लिए बूस्टर रहा। अब खिलाड़ी किसी भी बड़े टूर्नामेंट में दबाव नहीं लेंगे और मुझे यकीन है कि आगे भी टीम हम सभी को गौरवान्वित करती रहेगी।’
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