उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

मृत लाँस नायक का आज सुबह सैन्य सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

  • कल दोपहर रुई के समीप दुर्घटना में हुई थी मौत-माँ के बीमार होने पर एक माह की छुट्टी पर आया था-रिजर्वेशन कराने नागदा गया था

उज्जैन। कश्मीर के पट्टन क्षेत्र में पदस्थ लाँस नायक अपनी माँ के बीमार होने पर एक माह की छुट्टी लेकर अपने ग्राम कचनारिया झाला आया था और 29 तारीख को उसे वापस लौटना था, इसके लिए कल सुबह वह कार से रिजर्वेशन कराने के लिए नागदा गया था और वहाँ से लौटते समय उन्हेल रोड पर ग्राम रूई के समीप दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। आज सुबह अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद सेना के वाहन से शव पैतृक गाँव ले जाया गया जहाँ सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। भैरवगढ़ थाना पुलिस ने बताया कि नरवर के समीप ग्राम कचनारिया निवासी भूपेन्द्रसिंह पिता विक्रमसिंह झाला राष्ट्रीय रायफल की 29वीं बटालियन में लाँस नायक के पद पर है तथा वर्तमान में वह कश्मीर के पट्टन क्षेत्र में पदस्थ था।


अपनी माँ के बीमार होने पर वह एक माह की छुट्टी लेकर पिछले माह उज्जैन आया था और इस दौरान उसने माँ का ऑपरेशन कराया। एक माह की छुट्टी पूरी होने के बाद उसने 5 दिन की छुट्टी और बढ़वा ली थी तथा 29 मई को उसे वापस लौटना था। इसके लिए रिजर्वेशन कराने के लिए कल सुबह वह कार से नागदा गया था। रिजर्वेशन कराने के बाद लाँस नायक भूपेन्द्रसिंह वापस उज्जैन लौट रहा था। इस दौरान उन्हेल रोड पर ग्राम रूई के समीप तेज गति से आ रहे ट्रक ने उसकी कार को टक्कर मार दी। दुर्घटना में लाँस नायक भूपेन्द्र सिंह झाला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा होते ही ट्रक चालक मौके से वाहन छोड़कर भाग निकला। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और शव को अस्पताल भिजवाया तथा ट्रक को जब्त कर लिया। भूपेन्द्र की दुर्घटना में मौत की सूचना पाकर उसके परिजन तथा ग्रामीण उज्जैन आ गए थे। इधर सूचना मिलने पर आज सुबह महू से सेना के 20 लोग भी उज्जैन आ गए थे। सुबह जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। बाद में शव परिजनों को सौंपा गया। लाँस नायक के शव को सेना के वाहन से ग्राम कचनारिया ले जाया गया। जहाँ सैन्य सम्मान के साथ उसका दोपहर में अंतिम संस्कार हुआ। मृतक का विवाह वर्ष 2018 में हुआ था और उसकी ढाई साल की बच्ची है। एक साल से वह जम्मू कश्मीर में ही पदस्थ था। उसकी मौत की सूचना मिलने पर ग्राम कचनारिया में कल शाम से शोक छा गया था और आज सुबह गाँव में भीड़ लगी रही और अंतिम यात्रा में भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

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