img-fluid

फिर जलने लगे लकड़ी से चूल्हे

July 31, 2022

  • बढ़ती कीमतों ने निकाला उज्ज्वला योजना का दम

भोपाल। दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई ने लोगों के घरों का बजट पूरी तरह से बिगाड़ दिया है। पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा घरेलू रसोई गैस की कीमतों को लगातार बढ़ाए जाने से उपभोक्ता परेशानी में हैं। इसका सीधा असर अब घरों में किचन पर देखने को मिल रहा है। हालात यह है कि ग्रामीण इलाकों में उज्ज्वला योजना में दिए गए गैस सिलेंडर को अब लोग कुर्सी-टेबल की तरह बैठने के लिए काम ले रहे हैं, जबकि खाना लकड़ी-कोयले से जलने वाले चूल्हों पर बनाया जाने लगा है।
गौरतलब है कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा दी जा रही उज्ज्वला योजना में 250 रुपए की सब्सिडी के बावजूद ग्रामीण उपभोक्ता सिलेंडर लेना उचित नहीं समझ रहे हैं। उन्होंने पुराने चूल्हों का उपयोग शुरू कर दिया है, वहीं शहरी उपभोक्ता मजबूरी में गैस इस्तेमाल कर रहे हैं।



केंद्र सरकार ने मई 2016 को उज्ज्वला योजना शुरू की थी। इसके तहत ग्रामीण उपभोक्ताओं को नि:शुल्क गैस सिलेंडर दिए गए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र को महिलाएं भी रसोई गैस का इस्तेमाल कर सकें। इसके बाद गैस सिलेंडरों के बढ़ते दामों का असर यह रहा कि महिलाएं फिर से परंपरागत संसाधन चूल्हे पर आ गईं और उज्ज्वला के चूल्हे ठंडे हो गए। ग्रामीण इलाकों में स्थिति यह है कि रसोई गैस के आए दिन बढ़ते दामों को देखते हुए कई लोगों ने रसोई गैस सिलेंडर बेच दिए, कई लोगों ने सिलेंडरों को कबाड़ में डाल रखा है तो कई लोगों ने रसोई गैस सिलेंडरों को अपने रिश्तेदारों को दे दिया और स्वयं लकड़ी और कोयले का चूल्हा जलाना शुरू कर दिया है। छांद निवासी सुशीलाबाई का कहना है मुझे तीन साल पहले उज्ज्वला योजना का चूल्हा मिला था, किंतु लगातार गैस के दाम बढऩे की वजह से यह कबाड़ में पड़ा हुआ है, क्योंकि घर चलाने के लिए मजदूरी कर घर सात सदस्यों का पेट भरना मुश्किल है। ऐसे में गैस सिलेंडर भरवाने के लिए कहां पैसों का जुगाड़ करें। मिसरोद निवासी देवाबाई ने बताया उज्ज्वला योजना का सिलेंडर मिला था, उसी दौरान शुरुआत में सिलेंडर का उपयोग किया था। उसके बाद टंकी भरवाने तक के पैसे नहीं थे तो हमने गैस टंकी मिलने वाले को दे दी।

Share:

  • डिजिटल इंडिया से जुड़ेंगे भोपाल के 23 गांव

    Sun Jul 31 , 2022
    बीएसएनएल की 4जी सेवा से होंगे लैस भोपाल। जिले के 23 गांव डिजिटल इंडिया से जुड़ेंगे। ये गांव बैरसिया व फंदा ब्लाक के हैं। इनमें बीएसएनएल की 4जी सेवा मिलेगी। इससे इन गांवों में रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। दरअसल, केंद्र सरकार ने मोबाइल सेवा से वंचित गांवों के लिए 26,316 करोड़ रुपये की लागत […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved