
वाशिंगटन। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को आरोप लगाया कि डेट्रियोट में वैलेट पेपर की भारी कमी थी जिसके चलते कई मतदाता को मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई। ट्रंप ने खुद के सोशल मीडिया एप ट्रुथ सोशल पर लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपलोग इस कुव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाएं। मैं आपके साथ हूं। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान धांधली की गई।
ट्रंप ने बताया मतदाता धोखाधड़ी
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल एप पर लिखा और आरोप लगाया कि कि जैसे ही लोग वोट देने के लिए जा रहे हैं वैसे ही अधिकारी उनसे कह रहे हैं कि क्षमा करें, आप पहले ही मतदान कर चुके हैं। ट्रंप ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों का संदर्भ दिया और इसे मतदाता धोखाधड़ी करार दिया। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के बाद से, ट्रम्प ने महीनों यह दावा करते हुए कि बिताए कि उनके खिलाफ चुनाव में धांधली हुई थी, यह इंगित करते हुए कि जॉर्जिया, एरिज़ोना, पेंसिल्वेनिया और अन्य जगहों पर संदिग्ध वोट डाले गए।
सीएनएन ने भी की धांधली की बात
इससे पहले आज, न्यूज चैनल सीएनएन ने फिलाडेल्फिया में एक चुनाव अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि लगभग 3400 मेल-इन मतपत्रों को गलत जानकारी, गुम तारीखों या गुम गोपनीयता लिफाफों के कारण अस्वीकार किए जाने का खतरा है। फिलाडेल्फिया सिटी कमिश्नर्स की चेयरवूमन लिसा डीली ने इस घटना को पेन्सिलवेनिया के हजारों मतदाताओं के लिए एक वास्तविक त्रासदी है।
ट्रंप ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ कैंपेन के तहत समर्थन जुटा रहे
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने मशहूर ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ कैंपेन के तहत समर्थन जुटा रहे हैं। सीएनएन के अनुसार, यह आंदोलन इस धारणा के इर्द-गिर्द बनाया गया है कि बड़े पैमाने पर श्वेत, मजदूर वर्ग के राष्ट्र के सांस्कृतिक मूल्य खतरे में हैं।
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