
इंदौर। सेक्सटॉर्शन (sextortion) के चलते राजेंद्रनगर क्षेत्र में एक व्यक्ति की आत्महत्या के मामले में क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के भरतपुर से एक गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस केस में पुलिस को पांच लोगों की तलाश है। गैंग का सरगना गांव का सरपंच है, जबकि नंबर दो कुछ दिन पहले ही तिहाड़ जेल से छूटा है। इसके अलावा गिरोह को सिम उपलब्ध करवाने वाले, फर्जी प्रोफाइल तैयार करने और बैंक खाते उपलब्ध करवाने वाले तीन लोगों की पुलिस को तलाश है। उनके लिए फिर क्राइम ब्रांच की टीम भरतपुर जाएगी।
क्राइम ब्रांच की टीम ने कुछ दिन पहले भरतपुर (राजस्थान) से सेक्सटॉर्शन गैंग के चार सदस्यों रईस, जिशान, यासिब और हारून को गिरफ्तार किया था। रिमांड खत्म होने के बाद उनको जेल भेज दिया गया है। उनसे पूछताछ में पता चला कि गिरोह का सरगना नासिर था, जिसे छह माह पहले दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था। उसके बाद से वह तिहाड़ जेल में बंद था और कुछ दिन पहले ही छूटा है। अब गैंग को मुडिया गांव का सरपंच अरशद लीड कर रहा था। इसके अलावा गिरोह में सबका काम अलग-अलग है। गिरोह को सिम जाहिर उपलब्ध करवाता है। फर्जी प्रोफाइल बनाने का काम एक और नासिर का है और बैंक अकाउंट उपलब्ध करवाने का काम आसिफ का है। पुलिस को अब इस केस में इन पांच और लोगों की तलाश है। इसके लिए राजेंद्रनगर थाने और क्राइम ब्रांच की टीम एक बार फिर भरतपुर भेजी जा रही है। बताते हैं कि इस गांव में इन लोगों ने ऐसी कई गैंग बना रखी हैं। गैंग का हर सदस्य रोज दस से अधिक लोगों को फेसबुक पर फर्जी आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है और जाल में फंसाता है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved