
उज्जैन। शहर के मध्य स्थित गोवर्धन सागर की करोड़ों रुपए की जमीन थी। जिसे मौका मिला उसने कब्जा कर लिया। कल पहले दिन अंकपात क्षेत्र के अतिक्रमण हटाए तो रिवाज अनुसार गुमटियाँ और छोटे मकान तोड़े गए और आज से बड़ी कार्रवाई शुरु होनी थी लेकिन नाटकीय ढंग से आज सुबह अभियान शुरु नहीं हो पाया। ऐसे में शंका लग रही है कि वीडी मार्केट की दुकानें टूटेंगी या उन्हें छोड़ दिया जाएगा। बताया जाता है कि मार्केट समिति ने न्यायालय के कुछ कागज प्रस्तुत किए हैं जिनका परीक्षण अधिकारी कर रहे हैं। दबाव की बात भी सामने आ रही है। सरकारी रेकार्ड में 36 हेक्टेयर के दायरे में पहले गोवर्धन सागर के अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई नगर निगम और जिला प्रशासन ने कल से शुरू कर दी थी। पहले दिन कोर्ट के आदेश पर चेरिटेबल अस्पताल के सामने वाली पट्टी तथा नगर कोट माता मंदिर की ओर से चिह्नित 28 दुकानों और 7 मकानों के अतिक्रमणों को हटाया गया। इस दौरान दुकानदारों ने विरोध भी किया। पुलिस ने ऐसे लोगों को रोका और कार्रवाई भी की। कल शाम तक गैंग ने यहाँ से कुल 35 अतिक्रमण हटा दिए थे। इधर टीम जब वीडी मार्केट के बाउंड्रीवाल से सटे अतिक्रमण हटाने पहुँची थी तो वहाँ के व्यापारी विरोध में आ गए थे।
वीडी मार्केट की दुकानें कई सालों से विवादित
वीडी मार्केट के पिछले हिस्से की दुकानें कई वर्षों से विवादित हैं और इसे लेकर शिकायतें होती रही हैं। यहाँ तक कि पेपरबाजी भी हुई लेकिन मामला ठंडा होता गया। गोवर्धन सागर की जमीन के पिछले हिस्से पर अतिक्रमण होते रहे हैं और कपड़ा मार्केट की समिति ने भी जमीन दबाई ऐसे आरोप हैं।
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