भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

नीट पीजी के लिए बाकी डाक्टर भी कोर्ट जाने की तैयारी में

भोपाल। हाईकोर्ट के निर्देश पर तीन डाक्टरों को नेशनल बोर्ड आफ एग्जामिनेशन (एनबीई) ने परीक्षा के लिए आवेदन करने की अनुमति दे दी है। इसके बाद अन्य डाक्टर भी कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। बता दें कि देर से इंटर्नशिप पूरी होने की वजह से करीब डेढ़ हजार डाक्टर नीट पीजी नहीं दे पा रहे हैं। एनबीई के नियमानुसार 31 मार्च तक इंटर्नशिप पूरी होने पर ही परीक्षा में बैठ सकते हैं। हालांकि कोरोना की वजह से इस वर्ष परीक्षा में देरी के चलते कई राज्यों में इंटर्नशिप भी देरी से खत्म हुई इस कारण एनबीई ने 30 जून तक इसे पूरा करने वालों को भी परीक्षा में बैठने की अनुमति दी है। देरी के चलते बिहार, झारखंड और तेलंगाना के डाक्टर भी नीट पीजी नहीं दे पा रहे हैं। कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे डाक्टरों ने कहा कि परीक्षा में देरी की वजह से उनकी इंटर्नशिप में देरी हुई है तो इसमें विद्यार्थियों की क्या गलती है। इसी आधार पर कोर्ट से परीक्षा में बैठने की अनुमति मांगी जाएगी।


स्थायी पंजीयन कराने वालों की संख्या अचानक बढ़ी
उधर, तीन डाक्टरों को अनुमति मिलने के बाद मप्र मेडिकल काउंसिल में एमबीबीएस की डिग्री के आधार पर स्थायी पंजीयन कराने वालों की संख्या अचानक बढ़ी है। काउंसिल के रजिस्ट्रार डा.आरके निगम ने बताया कि पिछले सप्ताह पंजीयन के लिए पांच सौ से भी ज्यादा आवेदन आए थे।

अगले वर्ष नहीं आएगी दिक्कत
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने इस बार तैयारी की है कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा और परिणाम समय से जारी किए जाएं , जिससे अगले वर्ष यह नौबत नहीं आए। इसके लिए पाठ्यक्रम की अवधि कम की गई है। बता दें कि इस वर्ष प्रदेश में सरकारी कालेजों और कुछ निजी कालेजों में इंटर्नशिप 15 जुलाई के बाद पूरी होने के कारण यह डाक्टर परीक्षा से बाहर हो गए हैं।

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