
इंदौर (Indore)। अगले माह स्वच्छता सर्वे (cleanliness survey) शुरू होना है और पूरा निगम अमला सातवीं बार नंबर वन रहने की तैयारियों में जुटेगा। इस बार हालांकि चुनौती अधिक रहेगी। नवागत निगमायुक्त ने 30 अप्रैल तक सभी 85 वार्डों में सघन सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं और उन्होंने कुछ क्षेत्रों का दौरा भी किया। वार्डों के भीतर की कालोनियो, गली, मोहल्लों में भी सफाई के साथ बैकलेन, फुटपाथ, नाली, सफाई सहित अन्य निर्देश स्वास्थ्य अमले को दिए गए। मच्छरों की रोकथाम के लिए निगम की फागिंग मशीनें भी चलाई जाएंगी, क्योंकि गर्मी में मच्छरों का प्रकोप भी बढऩे लगा है।
नगर निगम के समक्ष हर साल यह चुनौती रहती है कि वह स्वच्छता में नंबर वन के खिताब को बरकरार रखे। महापौर, आयुक्त से लेकर पूरा निगम का अमला इसी चिंता में रहता है कि कहीं स्वच्छता के मामले में पिछड़ न जाएं। लगातार 6 बार नंबर वन आने के बाद अब सातवीं बार के लिए अगले महीने से स्वच्छता का सर्वे शुरू होना है, जिसके लिए केंद्रीय शहरी मंत्रालय की सर्वे टीम इन्दौर आएगी। चूंकि महापौर के लिए यह भी पहला स्वच्छता सर्वे होगा। लिहाजा उनके लिए भी मह्तवपूर्ण है कि उनके कार्यकाल का पहला नंबर वन का खिताब इन्दौर को मिले।अभी पिछले दिनों ही निगमायुक्त का तबादला हुआ और नवागत आयुक्त हर्षिका सिंह ने कार्यभार संभाला है।
इनके लिए भी यह महत्वपूर्ण टास्क है कि वे भी नंबर वन के खिताब को बरकरार रखें। कल उन्होंने झोन क्रमांक 11 के वार्ड 55, जिसमें रेसीडेंसी, रेडियो कालोनी और अन्य क्षेत्र आते हैं, का दौरा किया। उनके साथ अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, मुख्य स्वास्थ्य अधकारी डॉ. अखिलेश उपाध्याय भी मौजूद रहे। आयुक्त ने हर वार्ड में सघन सफाई अभियान चलाने और हर वार्ड में कम से कम दो से तीन दिन तक लगातार सफाई करने और पूरे अप्रैल माह में ही इस अभियान को जारी रखने के निर्देश दिए। 30 अप्रैल तक सभी 19 झोंनों के अंतर्गत आने वाले 85 वार्डों में बैकलेन सफाई, नाली, फुटपाथ लिटरबिन, बिजली के खंभों और डीपी के आसपास सफाई के साथ-साथ घास कटाई, गली, मोहल्लों, कालोनियों में पड़े ग्रीन वेस्ट और अन्य कचरे, मलबे को उठाने के भी निर्देश दिए। आयुक्त के मुताबिक कहीं कचरे, मलबे और ग्रीन वेस्ट के ढेर पड़े नजर न आएं।
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