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भारत से यहां भी पिछड़ रहा चीन, कोरोना बना वरदान; न हो यकीन तो देख लीजिए IMF के आंकड़े

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है. यानी अब चीन नहीं बल्कि भारत सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है. केवल जनसंख्या के मामले में ही नहीं बल्कि इकोनॉमी के अहम मोर्चों पर भी भारत चीन को पटकनी देता दिख रहा है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी IMF के आंकड़े बता रहे हैं.

IMF की प्रोजेक्शन रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के बाद से भारत की ग्रोथ चीन से ज्यादा बढ़ी है. आईएमएफ ने साल 2020 से साल 2026 तक चीन और भारत के जीडीपी ग्रोथ का जो अनुमान दिया है उसके मुताबिक भारत की इकोनॉमी साल 2020 के बाद से चीन के मुकाबले लगातार बढ़ती दिख रही है. खासकर कोरोना के बाद से हालात में तेजी से बदलाव दिख रहा है.

कोरोना ने बदल दिए हालात
साल 2020 में चीन की जीडीपी ग्रोथ 2.2 फीसदी रही थी जबकि भारत की ग्रोथ माइनस 7 फीसदी से ज्यादा थी. ये वो दौर था जब कोरोना ने दस्तक दी थी. लेकिन भारत सरकार ने जिस तरह से कोरोना जैसे आपदा को हैंडल किया उससे इकोनॉमी भी तेजी से रिकवर होती चली गई.


इसका गवाह है साल 2021 के लिए IMF का प्रोजेक्शन. साल 2021 के आंकड़ों की बात करें चीन की ग्रोथ 8.4 फीसदी की रही जबकि भारत ने 12 फीसदी से ज्यादा का छंलाग लगा दिया. इसके बाद साल 2022 से लेकर 2026 तक के आईएमएप प्रोजेक्शन के मुताबिक भारत लगातार चीन से आगे रहने वाला है.

1962 की जंग के बाद से खींचतान
इकोनॉमी की बात करें तो भारत-चीन 1962 की जंग के बाद ही एक-दूसरे को इस मोर्चे पर भी हराने में लगे है. हालांकि कई मौको पर चीन ने बाजी मारी है. 1962 की जंग के दौरान चीन की इकोनॉमी माइनस 5.5 पर थी जबकि भारत की ग्रोथ 2.9 फीसदी पर थी. इसके बाद 62 से 66 तक चीन ने लगातार इस मोर्चे पर बाजी मारी है लेकिन 66 के बाद फिर तीन साल तक भारत ने चीन को पटकनी दी.

फिर आया भारत में 1991 में फिर आया मनमोहन सरकार की उदारीकरण का दौर. इस दौर में भी कुछ साल भारत इकोनॉमी के मोर्चे पर चीन से आगे रहा. साल 2009 के बाद से भारत-चीन के ग्रोथ को देखें तो कई मौको पर एक दूसरे को टक्कर देते नजर आए हैं. लेकिन 2020 के बाद का प्रोजेक्शन यह साफ कर देता है कि भारत अब चीन को पछाड़ने की पूरी तैयारी कर चुका है.

चाईनीज एप्स को बैन करना बड़ा फैसला
साल 2020 में ही मोदी सरकार ने चाइनीज एप्स को बैन करने का बड़ा फैसला किया था. जिसका असर टेक्नॉलिजी सेक्टर में देखने को मिला. इसके बाद कई भारतीय कंपनियां सामने आई इनमें से कुछ कंपनियां आज के दौर में भारतीय इंडस्ट्री में बड़ा नाम बन चुके हैं. चाईनीज एप्स को बैन करने के अलावा भारत सरकार ने पीएलआई स्कीम समेत कुछ और अहम फैसले लिए जिसका असर अब दिखना शुरू हो गया है.

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