
नई दिल्ली (New Dehli) । दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सर्विलांस के आधार (Base) पर तीन घंटे के भीतर ही नाबालिग (minor) सहित दो आरोपियों the (accused) को दबोच लिया। पूछताछ (inquiry) में मालूम हुआ कि नाबालिग ने ही आरोपी अमित के साथ मिलकर साजिश (conspiracy) रची थी।
राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेरी में एक नाबालिग ने आईफोन खरीदने के लिए अपनी तीन वर्षीय चचेरी बहन का ही अपहरण कर लिया और दो लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर तीन घंटे के भीतर ही नाबालिग सहित दो आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में मालूम हुआ कि नाबालिग ने ही आरोपी अमित के साथ मिलकर साजिश रची थी।
जानकारी के अनुसार, बच्ची परिवार सहित भलस्वा डेरी के बसंत दादा पाटिल नगर में रहती है। पिता अजेश कुमार की जूस की दुकान है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अजेश की बेटी नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में सुबह 10 से 12 बजे तक जाती थी। वह बुधवार को भी आंगनबाड़ी गई, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों को कुछ ही देर बाद आरोपियों ने फोन पर बेटी के अपहरण की बात कही और दो लाख रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद पीड़ित पिता ने भलस्वा डेरी थाने में फिरौती के लिए अपहरण की धारा में केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने करीब तीन घंटे के भीतर सर्विलांस के आधार पर भलस्वा झील के जंगल से बच्ची को सकुशल बरामद कर अमित को गिरफ्तार कर लिया। अमित ने बताया कि बच्ची के नाबालिग चचेरे भाई ने साजिश रची थी।
शक न हो इसलिए खुद भी खोज में लगा था : शातिर नाबालिग ने चाचा का शक दूर करने के लिए परिवार के साथ बहन की तलाश की। वह गली-गली ढूंढने का बहाना भी कर रहा था। अजेश ने अपना शक पुलिस को बता दिया था।
बच्ची के पिता का फोन चुराकर कॉल की थी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग भी बच्ची के घर के बगल में रहता है। अमित भी दूर का रिश्तेदार है। दरअसल, दोनों आईफोन खरीदना चाहते थे, इसलिए नाबालिग ने अपहरण की साजिश रची। आरोपियों ने सोमवार को दो सिम कार्ड खरीदे थे। फिर नाबालिग ने मौका देखकर बच्ची के पिता का फोन चुरा लिया। दोनों आरोपी बहला फुसलाकर बच्ची को आंगनबाड़ी से भलस्वा झील के जंगल में ले गए। फिर चुराए हुए फोन से फिरौती मांगी।
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