इंदौर। चाइल्ड लाइन (child line) की कार्रवाई और बाल कल्याण बोर्ड के निर्देश के बावजूद भी बच्चों से मजदूरी करवा रहे कंपनी मालिकों पर कार्रवाई नहीं हो सकी थी। कलेक्टर की फटकार के बाद अब 23 बच्चों से मजदूरी करवाने के जुर्म में आज चार कंपनियों पर एफआईआर की जाएगी।
जून में श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन (child line) और महिला एवं बाल विकास ने 23 बच्चों को चॉकलेट केटरिंग में अमानक स्तर की चॉकलेट बनाते हुए पाया था। इनका रेस्क्यू करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह का खुड़ैल में बम-बारूद फैक्ट्री में बच्चों के पटाखा बनाने का प्रकरण भी सामने आया था। यहां से भी बच्चों को रेस्क्यू किया गया था। मोती तबेला स्थित बैग और बस्ते बनाने की फैक्ट्री में बिहार से कई बच्चों को लाकर बंधवा मजदूर की तरह काम कराया जा रहा था। इन कार्रवाई के बाद अब तक संबंधितों पर प्रकरण दर्ज नहीं हो सके।
चार कंपनियों पर तीन महीने बीत जाने के बावजूद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर कलेक्टर भडक़ उठे। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलेक्टर ने फटकार लगाई। इसके बाद उक्त चारों मामलें में एफआईआर कराने के निर्देश दिए।
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