इंदौर। शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन रिडेवलपमेंट के तहत प्लेटफॉर्म-एक तो जस का तस रहेगा, लेकिन प्लेटफॉर्म-दो, तीन और चार पूरी तरह टूटेंगे। तीनों प्लेटफॉर्म इसलिए तोडऩा पड़ेंगे, क्योंकि बीच में खाली पड़ी जमीन का उपयोग किया जाएगा। इसका उद्देश्य महारानी रोड तरफ के हिस्से का सर्कुलेटिंग एरिया बढ़ाना है।
पश्चिम रेलवे ने इंदौर रेलवे स्टेशन रिडेवलपमेंट के लिए 443 करोड़ रुपए से ज्यादा के टेंडर बुलाए हैं। उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर तक किसी कांट्रेक्टर कंपनी को यह काम सौंपा जाएगा। उसके बाद दिसंबर तक काम शुरू होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि अभी रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म-एक और दो व तीन और चार के बीच खाली पड़ी जमीन पर बगीचा बना है। यह जमीन अब तक रेलवे के किसी काम नहीं आ रही है। रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में इसी खाली पड़ी जमीन का उपयोग किया जाएगा। दो और तीन नंबर प्लेटफॉर्म एक नंबर प्लेटफॉर्म की ओर खाली पड़ी जमीन की ओर शिफ्ट होंगे और यही काम चार नंबर प्लेटफॉर्म के लिए भी होगा। चार नंबर को तीन नंबर की तरफ खाली पड़ी जमीन पर बनाया जाएगा। इससे प्लेटफॉर्म-चार के बाहर का सर्कुलेटिंग एरिया और बढ़ाया जाएगा। प्रोजेक्ट को लेकर पश्चिम रेलवे ने बोर्ड से सभी जरूरी अनुमतियां प्राप्त कर ली हैं। जून अंत तक इच्छुक कंपनियां स्टेशन रिडेवलपमेंट की टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा ले सकती हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved