
इन्दौर। अवैध कॉलोनियों (Illegal colonies) पर कार्रवाई के लिए प्रशासन (Administration) जहां डाल-डाल तो कॉलोनाइजर (Colonizer) और बिल्डर (Builder) पात-पात की कहावत सच साबित कर रहें है। जिला प्रशासन की टीम जिन क्षेत्रों में कार्रवाई के लिए दौड़ रही है, उनके पहले मुखबिरों का दल पहुंच रहा है। सांवेर रोड (Sanwer Road) पर अधिकारियों को कार्रवाई करते देख दल के आगे-आगे मुखबिर का वाहन लोगों को सतर्क करते हुए चल रहा था। अब प्रशासन आज चलाए जाने वाले विशेष अभियान में इन पर भी नजर रखेगा।
कलेक्टर आशीष के निर्देश पर अवैध कॉलोनियों पर नकेल कसने के लिए एसडीएम और अधिकारियों की टीम सडक़ों पर उतर गई है। सांवेर रोड, राऊ, तेजाजी नगर, देवास नाका, निपानिया जैसे क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियों विकसित की जा रही है। बिना रेरा रजिस्ट्रेशन के आम जनता को प्लाट डायरियों पर बेचे जा रहे है। आम जनता को ठगी से बचाने के लिए मुहिम छेड़ी गई है। एसडीएम अजीत श्रीवास्तव द्वारा सांवेर रोड पर की गई कार्रवाई में ेकॉलोनाइजरों और बिल्डरों का मुखबिर दल भी देखने को मिला। वे आगे-आगे लोगों को सतर्क करते हुए चल रहे थे। जब एसडीएम रोड के एक तरफ कार्रवाई कर रहे थे तो दूसरी तरफ बैठे ब्रोकरों को सतर्क कर दिया गया, जिसके बाद वे केनओपी उठाकर ही भाग खड़े हुए।
शनिवार-रविवार विशेष अभियान चलेगा
11 से 51 हजार लेकर प्लॉट की बुकिंग कराने और जैसे-जैसे कॉलोनी डेवलप होने के बाद बाकी का पैसा चुका कर रजिस्ट्री कराने जैसे लुभावने वादे अब नहीं चलेंगे। सांवेर रोड अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के आगे केनओपी लगाकर लोगों को ठग रहे ब्रोकरों पर कल कार्रवाई की गई। ज्ञात हो कि शनिवार-रविवार अवकाश होने के कारण भारी तादात में लोग प्लॉट देखने मौका मुआयना करने के साथ-साथ बुकिंग के लिए भी पहुंचते हैं, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार और रविवार को विशेष जांच अभियान छेड़ा है।
खरीदार बनकर पहुंचे
कलेक्टर आशीष सिंह ने अपने-अपने क्षेत्रों पर नजर रखने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए हैं। अधिकारी खरीदार बनकर प्रापटी एक्सपो, मेले पर जहां नजर रख रहे हैं, वहीं खुद खरीदार बनकर दबिश दे रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश पर अवैध रूप से विकसित हो रही कॉलोनियों की सूची तैयार की जा रही है। ज्ञात हो कि कई प्रापटी एजेंट बायपास और शहर के बाहर विकसित हो रही कॉलोनियों के बाहर टेंट, तंबू और केनओपी लगाकर लुभावने ऑफर देकर लोगों को ठग रहे हैं। जनसुनवाई सहित कलेक्टर के समक्ष भारी तादाद में जिसकी शिकायतें मिली हैं। कल प्रशासन की कार्रवाई में इन सभी केनओपी को जहां जब्त किया गया, वहीं तीन प्रापटी एजेंट के दफ्तर सील कर दिए गए। ज्ञात हो कि किसानों से कॉलोनाइजरों द्वारा जमीन का सौदा कर बयाना देकर ये खेल अंजाम दिए जा रहे हैं। किसानों के नाम पर ही डायवर्शन और टीएमसीपी कराकर प्लॉट काटे जा रहे हैं और इसके बाद डायरी पर बुकिंग कर पैसे वसूल कर डेवलपमेंट कराया जा रहा है, जिससे बिना पैसा लगाए कॉलोनाइजर करोड़ों का आसामी बन रहा है।
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