
भोपाल: स्मार्ट सिटी (Smart City) ने नगर निगम (Municipal council) में सब इंजीनियर के पद से रिटायर हुए और वर्तमान में स्मार्ट सिटी में संविदा पर एसई के पद पर पदस्थ प्रदीप जैन की सेवाएं समाप्त (Pradeep Jain’s services terminated) कर दीं. दो दिन पहले लोकायुक्त ने उनके दफ्तर और घर पर छापा मारकर करीब 6 करोड़ की संपत्ति और अन्य चीजें पाई थीं. स्मार्ट सिटी के संविदा अधीक्षण यंत्री प्रदीप जैन की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गईं.
आपको बता दें कि हाल ही में लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जैन के घर पर छापा मारा था. छापों में लोकायुक्त को करीब 6 करोड़ की संपत्ति, नगद और बैंक लॉकर मिले थे. लोकायुक्त को उनकी आय से 300 फीसदी अधिक संपत्ति मिली थी. लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद प्रदीप जैन की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. भोपाल नगर निगम में अधीक्षण यंत्री के पद से रिटायर होने के बाद उनकी नियुक्ति स्मार्ट सिटी में संविदा पर हुई थी.
वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत के बाद भोपाल लोकायुक्त ने रिटायर्ड अधीक्षण यंत्री पीके जैन के घर पर छापा मारा था. घर से लाखों रुपए, सोने-चांदी के जेवर और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले थे. 09 अगस्त को लोकायुक्त की टीम ने सुबह 05:30 बजे भोपाल नगर निगम के रिटायर्ड एसई के घर और दफ्तर पर छापेमारी शुरू की थी. एयरपोर्ट रोड पर लॉर्ड्स कॉलोनी स्थित घर और गोविंदपुरा स्थित स्मार्ट सिटी दफ्तर पर छापेमारी की गई थी. पीके जैन भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में संविदा पर नियुक्त थे. लोकायुक्त की टीम को विदेशों में किए गए निवेश की भी जानकारी मिली थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीके जैन हाल ही में कनाडा से लौटे थे. वहीं, वे 2023 में अधीक्षण यंत्री के पद से रिटायर हुए थे.
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