
नई दिल्ली । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में थाने पर पथराव (Stone pelting at police station) के बाद कांग्रेस नेता की आलीशान हवेली पर बुलडोजर ऐक्शन के बाद अब इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने इस तरह की बुलडोजर कार्रवाइयों को बर्बरता और अन्याय बताया है और कहा है कि सरकार को अपराधियों की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए और बुलडोजर न्याय पूरी तरह बंद होना चाहिए।
प्रियंका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए ऐसी सभी कार्रवाइयों को लेकर अपनी नाराजगी जताई। हालांकि उन्होंने किसी घटना विशेष का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन उनकी यह पोस्ट हाल ही में मध्य प्रदेश के छतरपुर में पथराव की घटना के एक आरोपी की हवेली पर हुई बुलडोजर कार्रवाई के बाद आई है, इसलिए उनकी पोस्ट को इसी घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
गांधी परिवार की सदस्य ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है।
आगे उन्होंने लिखा, ‘कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए। सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं। कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है। जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का। बुल्डोजर न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, यह बंद होना चाहिए।’
अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 24, 2024
बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर में 21 अगस्त को मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग पूर्व सदर शहजाद अली के नेतृत्व में महाराष्ट्र में पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन देने कोतवाली थाने पहुंचे थे। इसी दौरान कुछ उपद्रवी लोगों द्वारा थाने पर पथराव कर दिया था, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक छतरपुर और थाना प्रभारी कोतवाली सहित 10 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में 48 नामजद एवं 100 से अधिक अन्य आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली की अवैध रूप से बनी रानी तलैया स्थिति महलनुमा आलीशान हवेली को ध्वस्त कर दिया था।
शहजाद अली की हवेली पत्थर-पत्थर कर देने पर बिफर पड़े असदुद्दीन ओवैसी
मध्य प्रदेश के छतरपुर में कोतवाली में हुए पत्थर कांड में अब एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी की इंट्री हुई है। ओवैसी ने एक वीडियो जारी करते हुए छतरपुर जिले के कोतवाली थाने में पत्थर कांड के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के मकान को तोड़ने को गलत बताया है। साथ ही संविधान का हवाला देते हुए मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार एवं नरेंद्र मोदी को जमकर कोसा। ओवैसी यही नहीं रुके।
उन्होंने अपने वीडियो में यह तक कह डाला कि आने वाले समय में जब मध्य प्रदेश में सरकार बदलेगी और जो नई सरकार आएगी वह अगर बीजेपी की नुमाइंदों एवं उनके लोगों का चेहरा काला करते हुए सड़क पर घुमाएगी या उनके मकान या घर तोड़े जाएंगे तो उन्हें कैसा लगेगा। ओवैसी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब मध्य प्रदेश में सरकार का तख्ता पलट होगा। ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार एक कौम के खिलाफ काम कर रही है। जिस तरह से हाजी शहजाद अली का गैर संविधानिक तरीके से मकान तोड़ा गया, वह बेहद गलत है मैं इसकी खिलाफत करता हूं और यह संविधान के खिलाफ है।
असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरा। ओवैसी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री संसद भवन में संविधान को चूमने का ड्रामा करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश में संविधान का इस तरह से मजाक उड़ाते हुए बिना किसी जांच एवं पड़ताल के लोगों के मकान तोड़ रही है।
असदुद्दीन ओवैसी ने मध्य प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह देख रहे हैं कि मध्य प्रदेश सरकार राज्य प्रायोजित सांप्रदायिकता की तरह काम कर रही है। सिर्फ एक ही फिरके के खिलाफ कभी उनका घर बुलडोजर से तोड़ दिया जाता है, कभी इनकाउंटर के नाम पर गोलियां मार दी जाती है। यह सब कब तक चलेगा। मुझे यकीन है कि कोर्ट के पास यह मसला जरूर जाएगा।
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