
नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) आज अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ (Oath of the President) लेंगे. भारतीय समय अनुसार शपथ ग्रहण समारोह साढ़े 10 बजे होगा. शपथ लेने से पहले ट्रंप ने अपने तेवर दिखा दिए हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि जो बाइडेन के सभी स्टुपिड ऑर्डर 24 घंटे के अंदर रद्द कर दिए जाएंगे. ट्रंप ने साफ कर दिया है वो शपथ लेते ही 100 अहम फाइल्स पर साइन करेंगे.
शपथ लेने के बाद ट्रंप क्या-क्या करने वाले हैं, इसकी तस्वीर भी साफ होने लगी है. उन्होंने अपनी टीम से कहा है कि वो रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ फोन कॉल करने की तैयारी में लग जाएं. उनकेशपथ लेने से पहले पोप फ्रांसिस ने प्रार्थना की, जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिका ऐसा समाज बनाएगा जहां नफरत, भेदभाव या किसे के बहिष्कार की जगह नहीं होगी.
ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में कई अरबपति और बड़े नेता शामिल होंगे. कई पूर्व राष्ट्रपति भी शामिल हो सकते हैं. इसमें पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और लॉरा बुश, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल होंगे. हालांकि मिशेल ओबामा नहीं शामिल होंगी.
इसके साथ ही टिकटॉक के सीईओ भी शपथग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं. उन्हें प्रमुख अतिथियों के बीच जगह मिलेगी. टेस्ला के सीईओ और ट्रंप के करीबी सहयोगी एलन मस्क, अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस और मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी मौजूद रहेंगे. पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी शामिल नहीं होंगी.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने से पहले आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की वापसी हो रही है. उनमें वैश्विक स्तर पर मौजूदा परिवेश को नया रूप देने की ताकत है. इसका दुनिया की अर्थव्यवस्था और व्यापार पर बड़ा असर पड़ेगा.
उधर, अमेरिकी विदेश विभाग में बड़े पद पर तैनात भारतवंशी रिचर्ड वर्मा ने अमेरिका और भारत के संबंधों के भविष्य को लेकर आशा जताई है. उन्होंने कहा, वो अमेरिका-भारत के बीच मतभेदों को लेकर चिंतित नहीं हैं.मैं नहीं चाहता कि भारत और अमेरिका का रिश्ता लेन-देन वाला रिश्ता बने. रिचर्ड वर्मा ने कहा, मैं ये नहीं कह सकता कि आगे क्या होगा. इतना जानता हूं कि इस संबंध को अविश्वसनीय रूप से दोनों तरफ का समर्थन है. दोनों देश मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं.
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