
इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नेहरू स्टेडियम में आयोजित समारोह में तिरंगा फहराया और बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे और साथ ही यह भी कहा कि दो बड़े शहरों को अब महानगर घोषित किया जाएगा, जिसमें इंदौर और भोपाल रहेंगे। इंदौर में उज्जैन, देवास, धार को जोड़ा जा रहा है, तो भोपाल में सीहोर, रायसेन, विदिशा और राजगढ़ जिले शामिल होंगे। इन दिनों महानगरों में मेट्रो पॉलिटन अथॉरिटी रीजन का गठन किया जाएगा। इंदौर में तो इसकी प्रक्रिया शुरू भी हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री ने लगभग डेढ़ हजार किलोमीटर लम्बे श्रीराम गमन पथ की जानकारी देने के साथ सालों पहले बंद हुई रोडवेज को आधुनिक रूप में शुरू करने की बात कही, जिससे लोक परिवहन का बेहतर प्रबंधन सरकार के जरिए होगा और शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाजनक बसों का संचालन करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का फोकस लोक परिवहन सुविधाओं को बढ़ाने पर भी है, जिसके लिए उन्होंने सालों पहले बंद हुई रोडवेज को फिर से जिंदा करने की शुरुआत की है और समूची राज्य की परिवहन व्यवस्था सरकार के हाथों में रहेगी, क्योंकि अभी निजी बस ऑपरेटरों के पास ही इसका जिम्मा है, जिसके चलते यात्रियों से मनमाना किराया वसूली तो होती ही है, वहीं ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में खटारा और जर्जर बसें चलाई जाती है, जिनमें भेड़-बकरी की तरह यात्रियों को ठूंसा जाता है और घाटे वाले मार्गों पर तो बसों की सुविधा भी नहीं है, जिसके चलते ग्रामीण आबादी को ट्रकों, ट्रैक्टरों से लेकर अन्य मालवाहक वाहनों का इस्तेमाल करना पड़ता है। अब लोक परिवहन का प्रबंधन मुख्यमंत्री के मुताबिक सरकार के माध्यम से होगा, जिसमें शहरों के साथ मुख्य फोकस ग्रामीण क्षेत्र और उसमें भी खासकर आदिवासी इलाके शामिल रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने मेट्रो और इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन का भी उल्लेख करते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने जहां राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए मध्यप्रदेश के प्रोजेक्टों को साढ़े 3 हजार करोड़ से अधिक की राशि दी है, तो इंदौर में साढ़े 300 करोड़ से बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के साथ अन्य कार्य भी मंजूर किए। इसी तरह इंदौर-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर को फोरलेन में अपग्रेड करने के साथ विमान सेवाओं के विस्तार को भी मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 1 हजार 450 किलोमीटर लम्बे श्रीराम वन गमन पथ का निर्माण किया जाएगा और भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े तीर्थ स्थलों पर श्रीकृष्ण पाठेय का गठन कर उसे जोडऩे का काम होगा। साथ ही प्रत्येक नगरीय निकाय में गीता भवन बनाने का निर्णय भी लिया गया है। मुख्यमंत्री ने इंदौर-भोपाल को महानगर के रूप में विकसित करने की बात भी कही, जहां पर मेट्रो पॉलिटन अथॉरिटी रीजन का गठन किया जाएगा। इंदौर में इसकी प्रक्रिया शुरू की गई है और प्राधिकरण को इसका जिम्मा मिला है।
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