
डेस्क: जम्मू कश्मीर और पंजाब के बॉर्डर से सटे बिलावर इलाके में पिछले साल हुई आतंकी वारदातों के बाद अब जम्मू कश्मीर पुलिस और पंजाब पुलिस ने मिलकर आतंकवाद से निपटने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की है. इस रणनीति के तहत दोनों राज्यों के पुलिसबलों ने आतंकी गतिविधियों पर काबू पाने के लिए विशेष ऑपरेशन शुरू किए हैं.
बीते साल जम्मू के कठुआ जिले के बिलावर इलाके में आतंकियों ने एक काफिले पर हमला किया था, जिसके बाद से इस इलाके में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई थीं. इन घटनाओं को लेकर सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र में आतंकियों का खात्मा करने के लिए एक व्यापक योजना बनाई है. जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात ने इस क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया और ऑपरेशन का जायजा लिया.
डीजीपी नलिन प्रभात ने अपने दौरे के दौरान आतंकवाद विरोधी अभियानों में शामिल जवानों से बातचीत की और इस इलाके में चल रहे ऑपरेशंस की जानकारी ली. उन्होंने सुरक्षाबलों को आपसी समन्वय और एकजुटता के साथ काम करने के लिए निर्देश दिए ताकि आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों और अधिकारियों से भी बातचीत की और उन्हें आतंकियों के खिलाफ और मजबूत कदम उठाने के लिए प्रेरित किया.
जम्मू कश्मीर पुलिस बिलावर और कठुआ के जंगलों में आतंकियों का पीछा करने में जुटी है, वहीं पंजाब पुलिस भी बॉर्डर से सटे बमियाल इलाके में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. भारत-पाकिस्तान सीमा के पास इस क्षेत्र में संदिग्धों के देखे जाने के बाद पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
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