
ॐ नम: शिवाय से गूंजा अग्निबाण परिसर
इन्दौर। कल देवाधिदेव भगवान महाकाल (Lord Mahakal) और जगतजननी मां पार्वती (Mother Parvati) के विवाह उत्सव (Wedding celebration) पर देशभर में मनाए जाने वाले महाशिवरात्रि (mahashivaratri) के दिन पूरा शहर शिवमय हो गया। वहीं अलसुबह से ही शिवालयों में लंबी-लंबी कतारें दर्शन के लिए भक्तों ने लगाईं। अग्निबाण (Agnibaṇa) परिसर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अग्नेश्वर महादेव के दरबार में शिवभक्त सप्तसुरों की सरिता बही जिसमें भक्ति में हर कोई शिवभक्त देर रात तक झुमता रहा। अग्निबाण परिवार के सालाना जलसे मेंं शहर की राजनीतिक हस्तियों के साथ ही गणमान्य नागरिकों ने भी शिव भक्ति का भरपूर आनंद लिया।

अग्निबाण परिसर में विराजे भगवान श्री अग्नेश्वर महादेव के दरबार में बही सुरों की गंगा में सभी शिव भक्त गोते लगाते आ रहे है। भजन सरिता का शुभारंभ केबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने अग्निबाण परिवार के पितृपुरुष नरेशचंद्र जी और मां पद्मावती जी चेलावत के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर किया और तदपश्चात अतिथियों द्वारा किए गए दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुई भोले की भक्ति। शिवभक्तों को भजनामृत का पान कराने आए शिवभक्तों के साथ देवों में प्रथम पुज्य भगवान गणेश की वंदना शहर के ख्यात भजन गायक पं. गोपाल शर्मा ने जय गणपति वंदना के साथ की। इसके बाद नन्ही गायिका आश्वस्ती सक्सेना ने माहौल को शिवमय कर दिया। शहर के युवा गायक सुरेन्द्र कैथवास ने तो कल बाहुबली फिल्म के गीत कौन है वो कौन कहां से वो आया गा कर कैलाश खैर की उपस्थिति दर्ज करा दी। चौक पुरावो मंगल गाओ… आज मेरे घर भोले आए है गाया फिर क्रम में हर्षिता लाहरे पाठक ने गीत गाया तो पंडित गोपाल शर्मा ने शिव का नाम जपे जा रहे बंदे गाया। अन्नु शर्मा ने मो. रफी के गीत शिव-शिव रटले बंदे जीवन है ये थोड़ा, तू गंगा की मौज मैं जमूना का धारा। नूपुर कौशल ने अपनी प्रस्तुति दी तो शाीय संगीत का लोहा मनवाने देवास से अपने सुरीले कंठ से प्रस्तुति देने के लिए पहुंचे देवेंद्र पंडित ने शुरुआत में ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे…सुनाया तो वहीं शिवभक्तों की फरमाइश पर महेन्द्र कपूर को जीवंत कर ओ दुनिया के रखवाले सुन दर्दभरे मेरे नाले… प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। उज्जैन के गायक महेश मोयल ने भी अपनी गायकी की छाप भक्तों पर छोड़ते हुए डमरू वाले शिवशंकर तेरी महिमा… अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो…आना है तो आ राह में अपनी सुरीली आवाज में प्रस्तुत किया। गायकों के साथ संगत कर रहे दीपेश जैन ने अपने साथियों के साथ बेहतरीन संगीत संयोजन किया जिसमें उनका साथ दिया राजेश मिश्रा (बेस गिटार), निलेश लोने (ढोलक), जयंत रावल (तबला) मोनू विश्वा (आक्टोपेड)। कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिकों के साथ ही शहर के प्रथम नागारिक पुष्यमित्र भार्गव, सभापति मुन्नालाल यादव, विधायक गोलू शुक्ला, महेन्द्र हार्डिया, पूर्व विधायक संजय शुक्ला, सुर्दशन गुप्ता, सत्यनारायण पटेल, योगेन्द्र मंहत, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, जिला अध्यक्ष श्रवणसिंह चावड़ा, नंदकिशोर पहाडिय़ा, पार्षद जीतू यादव, मुद्रा शाी, पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा, नरेंद्र सलूजा, विनय बाकलीवाल, नानुराम कुमावत, प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, जेल अधीक्षक अलका सोनकर, लक्की अवस्थी, शैलेष गर्ग, चंदूराव शिंदे, अवधेश दवे, पराग कौशल, गोविंद पंवार,राजेश चौकसे, टीनू जैन, स्पनिल कोठारी, मनस्वी पाटीदार, मनीष पोरवाल, पत्रकार जीतू सोनी, कीर्ति राणा, विशाल जायसवाल, अंकित यादव, देवेंद्रसिंह यादव, विपिन कंधारी, संदीप जोशी, संजय बाकलीवाल, सन्नी राजपाल, सुनील जैन, रघु यादव, बंटी बदलानी, हरिनारायण यादव, दीपेंद्र सोलंकी, संजय मंगल, राजा कोठारी, आनंद कासलीवाल, मनीष रिझवानी, नवीन वर्मा, विजय मेहता, प्रेम गोयल, सतीश देवांग, कैलाश पिपले, कमल वाघेला, परमानंद तोलानी, विकास जैन, जवाहर मंगवानी, मालपानी जी, पवन श्रीकाल, मीषक भाई, रामबाबू अग्रवाल, पिन्टू जोशी, टकम जैन, किशोर गोयल, पंखुड़ी डोशी, गजेन्द्र वर्मा, अशोक चौहान चांदू, चन्दन डागर, रघु परमा, अनुप शुक्ला, प्रदीप गढ़वाल, मुकेश जोशी, महेश पालीवाल, अजयसिंह नरूका, एडव्होकेट केपी माहेश्वरी, राजा कोठारी, हरिओम ठाकुर, सन्नी पठारे, विनोद खण्डेवाल, भरत खस, हरप्रीत बक्शि, सुधीर कोले, वैभव गरोठिया, आयुष गरोठिया, कान्हा राजगुरू, सतोंष राजगुरू, गंगा पाण्डे, हरिनारायण यादव, चन्द्रभानसिंह सोलंकी, कपिल तिवारी मुख्य रूप से मौजूद थे। अग्निबाण परिवार के मुखिया राजेश चेलावत, किशोर चेलावत ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक गोलू शुक्ला के साथ सभी कलाकारों को पुरस्कृत किया। भगवान महादेव का शृंगार मनीष राठौर, नीलेश राठौर और चंदू राठौर ने किया। वहीं अन्य व्यवस्था मीना खान, महावीर जैन और ओम व्यास ने देखी।

शिव बरात में जमकर थिरके शिवगण
भगवान देवाधिदेव महादेव के परिणय उत्सव में शामिल होने पहुंचेे अग्निबाण परिवार के भजन गायक पंडित गोपाल शर्मा ने राजू शर्मा के साथ सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए है पर खुब दाद बटौरी। वैभव तिवारी ने भगवान शिव की बरात जैसे ही गाना शुरू किया मौजूद शिवगण अपने-अपने स्थान पर थिरकने लगे।

गायकों ने गीत गाया तो साजिंदों ने जमकर साथ निभाया
कल आयोजित हुई भजन संध्या में एक ओर सुमधर भजनों से गायक भावविभोर कर रहे थेे तो दूसरी तरफ साजो पर संगत दे रहे कलाकार भी सभी को अपना बना रहे थे। शहर के ख्यात की-बोर्ड प्लेयर दीपेश जैन ने अपना हुनर दिखाते हुए ऐसी धूनें छेड़ी की सभी उनकी दिल खोल कर तारीफें करते रहे। ढोल पर निलेश लोने और तबले पर जयंस रावल के बीच हुई जुगलबंदी को सभी ने सराहा। सारेगामा फेम गिरिश विश्वा के भतीजे मोनू विश्वा ने भी आक्टोपेड पर अपना जादू चलाया। भजन गायकों के साथ कल साजिंदो ने भी जमकर साथ निभाया, जिस पर भक्त झुमते रहे।
