
नई दिल्ली । पाकिस्तान (Pakistan) के कई शहरों में रमजान (Ramadan) के पहले सेहरी (Sehri) के दौरान लोगों को गैस (Gas) की कमी का सामना करना पड़ा। इससे उन्हें अपना सुबह का भोजन (सेहरी) (breakfast) बनाने में दिक्कत हुई। रिपोर्ट के अनुसार, गैस कंपनियों की ओर से गैस सप्लाई का दावा किया गया था। मगर, कई लोगों ने इसकी कमी की शिकायत की। कराची और रावलपिंडी सहित विभिन्न शहरों के निवासियों को सेहरी के पहले दिन पूरी तरह से गैस आपूर्ति बंद होने की स्थिति का सामना करना पड़ा। कराची के रिफाह आम सोसाइटी, मलिर, नाजिमाबाद, गुलबहार और रांचोर लाइन क्षेत्रों में लोग गैस की कमी से से प्रभावित हुए। रावलपिंडी के छठा रोड, सैटेलाइट टाउन, ढोक कश्मीरियन, ढोक प्राचा, सर्विस रोड, ढोक काला खान, खुर्रम कॉलोनी और सादिकाबाद के लोगों को गैस की कमी का सामना करना पड़ा।
रमजान के पहले दिन कई घरों में सेहरी बनाने के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ा। वे भोजन के लिए होटलों और सड़क किनारे ढाबों पर जाते देखे गए। कुछ इलाकों में लोगों के पास सेहरी के बिना ही रोजा शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। रमजान के पहले ही दिन पाकिस्तान के कई शहरों में गैस संकट ने पूरे पवित्र महीने को लेकर चिंता खड़ी कर दी है। सुई नॉर्दर्न गैस कंपनी (SNGPL) और सुई सदर्न गैस कंपनी (SSGC) गैस आपूर्ति प्रदान करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है।
कंपनी अपना वादा पूरा करने में विफल
रमजान का पवित्र महीना 30 दिनों के रोजे का समय होता है। यह 2 मार्च से शुरू हुआ है। इसके बाद ईद-उल-फित्र आता है, जो रमजान के महीने भर के सुबह से शाम तक के रोजे का अंत होता है। इस हफ्ते की शुरुआत में सुई सदर्न गैस कंपने ने रमजान के दौरान गैस लोड-शेडिंग का शेड्यूल जारी किया था। इसके अनुसार, रमजान के दौरान गैस आपूर्ति सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक और रात 10 बजे से सुबह 3 बजे तक बंद रहेगी। SSGC ने कहा कि वह सेहर और इफ्तार के समय गैस की सप्लाई सुनिश्चित करेगी। मगर, ऐसा होता नहीं दिखा है।
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