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इंदौर में सम्पत्तियों की हेराफेरी के साथ वक्फ राशि में भी हो गया गबन

March 06, 2025

  • हटाए गए अध्यक्ष ने सालों तक मस्जिदों का किराया वसूलकर अपनी जेब में रखा, बैंक में जमा राशि भी नकली सील सिक्के, दस्तावेजों का इस्तेमाल कर हड़प ली, अब वक्फ बोर्ड ने दर्ज करवाई एफआईआर

इंदौर। वक्फ सम्पत्तियों की हेराफेरी के भी जहां कई मामले अग्रिबाण ने जहां कई बार उजागर किए, तो दूसरी तरफ किराए पर दी गई सम्पत्तियों के बदले हासिल किराया जिम्मेदारों द्वारा जेब में रखने और यहां तक कि अन्य धन राशि का भी गबन कर लिया गया, जिसके चलते वक्फ बोर्ड ने हटाए गए अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसमें वक्फ सम्पत्ति के दुरुपयोग, नकली सील-सिक्के और फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक में जमा राशि को भी हड़प लेने के आरोप लगाए गए हैं।

उक्त मामला कड़ाव घाट मस्जिद का है, जहां के वक्फ सीईओ ने अध्यक्ष पद से हटाए गए नासिर खान के खिलाफ उक्त एफआईआर दर्ज करवाई। हालांकि नासिर पूर्व में भी इसी तरह के अपराध के चलते फिलहाल जेल में है। पंढरीनाथ थाने पर आवेदक शाबिर हाशमी की शिकायत पर पुलिस ने नासिर खान निवासी उषागंज छावनी के खिलाफ धोखाधड़ी-गबन के मामले में एफआईआर दर्ज की है, जिसमें कहा गया कि शाबिर हाशमी को वक्फ बोर्ड भोपाल द्वारा नियुक्त किया गया और उसके पहले नासिर खान अध्यक्ष थे, जिन्होंने चार्ज भी नहीं दिया और ना ही मस्जिद के मकानों के किराए के रसीद कट्टे वापस सौंपे और लगातार अवैध रूप से किराया वसूली की जाती रही। इसमें किराएदार मोहम्मद इरफान सहित अन्य ने भी यह कबूला कि उन्होंने नासिर खान को मकान का किराया चुकाया और यह राशि उसने अपनी जेब में रख ली। इसी तरह अन्य किराएदारों मोहम्मद मुजाहिद सहित अन्य से भी अवैध रूप से किराया वसूली की गई।


इतना ही नहीं, एसबीआई की छावनी बैंक शाखा से अध्यक्ष पद का दुरुपयोग करते हुए नकली सील-सिक्के लगाकर विभिन्न चेक के जरिए जमा राशि, जो कि साढ़े 3 लाख रुपए से अधिक होती है, वह भी निकाल ली। वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों का दुरुपयोग करने, फर्जी रसीदों के माध्यम से किराएदारों से राशि प्राप्त करने और वक्फ बोर्ड को नुकसान पहुंचाने सहित तमाम शिकायतों के आधार पर पंढरीनाथ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। दरअसल, नासिर खान उक्त वक्फ मस्जिद का 2012 से 2020 तक अध्यक्ष रहा और बाद में आर्थिक अनियमितताओं के आरोप के चलते उसे अध्यक्ष हट पद से हटा दिया और उसकी जगह शाबिकर हाशमी को कार्यपालक अधिकारी नियुक्त किया गया।

मगर अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद ही नासिर खान ने वक्फ मस्जिद की रसीदें, चेक बुक, लेजर, बैंक की पासबुक और किराएदारों की सूची अपने पास ही रखी और बार-बार मांगे जाने पर भी नहीं लौटाई, जिसके चलते कलेक्टर और तहसीलदार को भी उक्त दस्तावेज और चार्ज दिलवाने के संबंध में पत्र लिखे गए। वक्फ द्वारा किराए पर दी गई सम्पत्तियों का किराया लगातार नासिर खान द्वारा अवैध रूप से वसूल किया जाता रहा और फर्जी रसीदें काटकर किराएदारों को दे दी गई, जिसके चलते वक्फ बोर्ड को लाखों रुपए की आर्थिक हानि उठाना पड़ी और दूसरी तरफ नासिर अवैध रूप से राशि की मांग करता रहा और झूठी शिकायतें और बदनाम रकने की धमकी भी देते हुए वक्फ की सम्पत्ति में से एक मकान देने की भी मांग की गई। उक्त आरोपी के खिलाफ संयोगितागंज पुलिस ने भी पूर्व में प्रकरण दर्ज किया, जिसके चलते वह फिलहाल जेल में है और पुलिस ने भी उसके कब्जे से वक्फ मस्जिद रंगरेजान कड़ावघाट के संबंध में भी रसीदें और दस्तावेज जब्त किए हैं।

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