मुंबई। बॉलीवुड के बेहतरीन डायरेक्टर्स में से एक राकेश रोशन (Rakesh Roshan) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में उस वक्त को याद किया जब उन्हें मुंबई में बीच सड़क पर गोली मार दी गई थी। राकेश रोशन (Rakesh Roshan) गोली लगने के बाद खुद अपनी गाड़ी चलाकर पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। इसके बाद, उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया था। राकेश रोशन ने उस घटना को याद करते हुए बताया कि कैसे उन्हें उस घटना के बाद अपने सिक्योरिटी गार्ड्स से ही डर लगने लगा था।
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अपने ही गार्ड्स से डरते थे राकेश रोशन
राकेश रोशन ने बताया कि 2000 में जब उन्हें गोली मारी गई तो उन्हें दो सिक्योरिटी गार्ड्स दिए गए थे। उन्होंने बताया, “इस घटना के बाद, मुझे दो सिक्योरिटी गार्ड्स दिए गए थे। मैं कार में आगे बैठता था, और वो दोनों पीछे, उससे मुझे और डर लगता था। वो दो पीछे बैठे हैं बंदूक के साथ। कभी कुछ हो जाए, वो पीछे से ना मुझे मार दें।”
सिक्योरिटी से परेशना हो गए थे राकेश रोशन
राकेश रोशन ने कहा कि गार्ड्स की मौजूदगी में उनका दम घुटता था। जब वो बीच पर वॉक के लिए जाते थे, दोनों सिक्योरिटी गार्ड्स उनके साथ होते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ ही नहीं आता था कि क्या हो रहा है। इस बात से परेशान राकेश ने अपनी सिक्योरिटी हटाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वो परेशान हो चुके थे और उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी हटा दो, देखेंगे जो होगा।
राकेश रोशन की फिल्म कहो ना प्यार है रिलीज होने के एक हफ्ते के अंदर मुंबई में बीच सड़क पर उन्हें गोली मार दी गई थी। बता दें, कहो ना प्यार है ऋतिक रोशन और अमीषा पटेल की डेब्यू फिल्म थी। फिल्म साल 2000 में रिलीज हुई थी।
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