
इंदौर। बीआरटीएस कॉरिडोर टूटने के पहले ही सैकड़ो कर्मचारियों को नौकरी से निकाल कर उनके परिवार के समक्ष रोटी का संकट पैदा करने के मामले में तूल पकड़ लिया है। इस मामले में अब भाजपा अजा मोर्चा भी इन कर्मचारियों की लड़ाई लड़ने के लिए आगे आ गया है। अग्निबाण द्वारा अपने कल के ही अंक में प्रमुखता के साथ यह समाचार प्रकाशित किया था कि बीआरटीएस कॉरिडोर टूटने के पहले ही सैकड़ों कर्मचारी पर कहर टूट गया है। इन कर्मचारियों को सिटी बस कंपनी की नई प्लेसमेंट एजेंसी के द्वारा नौकरी से निकलने का ऐलान कर दिया गया है। इस समाचार के प्रकाशित होने के बाद इस मामले में भाजपा अजा मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष राजेश शिरोड़कर मैदान में आ गए हैं, उन्होंने सिटी बस कंपनी के द्वारा लिए गए फैसले पर आपत्ति ली है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा अजा मोर्चा के द्वारा इन कर्मचारियों के अधिकार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कर्मचारी हैं। यह कर्मचारी मात्र 10000 महीने के वेतन में हर दिन 8 से 10 घंटे काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों को नौकरी से निकलना न केवल इन कर्मचारी बल्कि उनके परिवार के साथ भी अन्य है। शिरोडकर ने कहा है कि इस मामले को लेकर पीड़ित कर्मचारियों के समूह के साथ हम महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा के नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा से मुलाकात करेंगे और इस मुद्दे को सामने रखेंगे। हमारा कहना है कि अजा जजा वर्ग के लोगों को नौकरी पर यथावत रखा जाए। आवश्यकता पड़ने पर इस मामले को प्रदेश भाजपा संगठन के समक्ष भी ले जाया जाएगा।
प्रभारी महापौर ने जानकारी मांगी
प्रभारी महापौर राजेंद्र राठौर ने कहा है कि इस मामले की जानकारी मुझे कल अग्निबान अखबार पढ़ने के बाद ही मिली है। इस मामले में मेरे द्वारा सिटी बस कंपनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिव्यांक सिंह से जानकारी मांगी गई है। जब जानकारी सामने आ जाएगी तब यह देखा जाएगा कि इस मामले में क्या किया जा सकता है।
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