
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam)में हुए आतंकी हमले(Terrorist attacks) के बाद भारत की संभावित (India’s potential)जवाबी कार्रवाई(Counterinsurgency) की तैयारी देख पाकिस्तानी सेना(Pakistani Army) ने भी एलोईस पर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को पाकिस्तान की सेना ने कई भारतीय चौकियों पर मशीनगन से फायरिंग की, जिससे सीमा पर तनाव और बढ़ गया है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने चीन से मिले SH-15 हॉवित्जर तोपों को तैनात कर दिया है और खैबर पख्तूनख्वा से कुछ सैन्य टुकड़ियां एलओसी के करीब भेज दी हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “पाकिस्तान की गतिविधियां यह दर्शाती हैं कि वह भारत की प्रतिक्रिया से डरा हुआ है। हमारी तैनाती मजबूत और पूरी तरह तैयार है।”
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई, जिसमें जम्मू-कश्मीर की स्थिति और क्षेत्रीय घटनाक्रमों की समीक्षा की गई। उसी दिन भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। प्रधानमंत्री ने सेना को पूरी तरह से स्वतंत्रता दी है कि वे जवाबी कार्रवाई के समय, लक्ष्य और तरीके का चयन स्वयं करें।
एलओसी पर भी बढ़ी गोलाबारी
गुरुवार को पाकिस्तान ने कुपवाड़ा सेक्टर की अग्रिम भारतीय चौकियों को निशाना बनाया, जो कि लगातार सातवें दिन संघर्षविराम का उल्लंघन था। उरी और अखनूर सेक्टरों में भी पाकिस्तानी फायरिंग हुई। जानकारी के अनुसार, लीपा और जुरा में सक्रिय आतंकी लॉन्च पैड कुपवाड़ा के सामने स्थित हैं। सेना सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान 40 से अधिक आतंकवादी ठिकानों का उपयोग कर भारत में घुसपैठ की योजना बना रहा है।
जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
पाकिस्तानी फायरिंग को लेकर भारतीय सेना के डीजीएमओ ने मंगलवार को हॉटलाइन के ज़रिए पाकिस्तानी समकक्ष को चेतावनी दी थी। इसके बावजूद बुधवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर पर्गवाल सेक्टर समेत अखनूर, नौशेरा, सुंदरबनी, बारामुला और कुपवाड़ा में फिर से फायरिंग की गई। लेफ्टिनेंट जनरल बीएस जसवाल (सेवानिवृत्त) ने कहा, “पाकिस्तान को अब यकीन है कि उसने बड़ी भूल की है और भारत की प्रतिक्रिया निश्चित है। यह तैयारियां एक रक्षात्मक रणनीति का हिस्सा हैं।”
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