
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़ी सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. एसबीआई ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 10 प्रतिशत घटकर 18,643 करोड़ रुपये रहा. खास बात है कि भारतीय स्टेट बैंक ने अपने शेयरधारकों डिविडेंड देने का ऐलान किया है, साथ ही बड़े पैमाने पर धन जुटाने की योजना को भी मंजूरी दी है.
जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक का ऑपरेशनल प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 8.83 प्रतिशत बढ़कर 31,286 करोड़ रुपये रहा, जबकि शुद्ध लाभ 18,643 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर पिछली साल की समान तिमाही में हुए 20,698 करोड़ के प्रॉफिट से 10 फीसदी कम है. Q4 FY25 में एसबीआई की शुद्ध ब्याज आय 2.69 प्रतिशत बढ़कर 42,775 करोड़ रुपये हो गई, जबकि ब्याज आय 7.7 प्रतिशत बढ़कर 1,19,666 करोड़ रुपये हो गई.
वहीं, समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए 76,880 करोड़ रुपये रहा, जो 8.78 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है, जबकि शुद्ध एनपीए 19,667 करोड़ रुपये रहा. जनवरी-मार्च 2025 अवधि के लिए एसबीआई का सकल एनपीए अनुपात 1.82 प्रतिशत रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 42 बीपीएस बेहतर रहा.
भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 12 साल में अब तक का सबसे बड़ा डिविडेंड देने का ऐलान किया है. एसबीआई बोर्ड ने अपने शेयरधारकों को 15.90 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (1590 प्रतिशत) का फाइनल डिविडेंड देने की घोषणा की है. इससे पहले एसबीआई ने इससे अधिक लाभांश राशि मई 2013 में 41.5 रुपये प्रति शेयर घोषित की थी.
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