
इंदौर. एक किडनी (kidney) भोपाल (Bhopal) में ही 49 वर्षीय मरीज को दी गई, जबकि दूसरी किडनी इंदौर (Indore) के अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) में भर्ती 54 वर्षीय महिला को ट्रांसप्लांट की गई। इंदौर में यह 63वां ग्रीन कॉरिडोर था। इंदौर की मरीज का इलाज राजश्री अपोलो हॉस्पिटल में डॉ. जय कृपलानी की निगरानी में चल रहा है।
भोपाल बंसल हॉस्पिटल में उपचाररत भोपाल निवासी श्रीमती जमुना पति जीवनलाल मेंघवानी (महिला 85 वर्ष) के सीवर ब्रेन हेमरेज के बाद हुई ब्रेन डेथ पर उनके सुपुत्र श्री विकास जी मेंघवानी ने परोपकार भाव से अंगदान की स्वीकृति दी।
श्रीमती जमुना जी का प्रथम अपेनिया टेस्ट कल शाम 6:00 पर और दूसरा अपेनिया टेस्ट आज सुबह 11:17 पर संपन्न हुआ दिवंगत की एक किडनी बंसल हॉस्पिटल में उपचाररत 49 वर्षीय रोगी को और दूसरी किडनी इंदौर राजश्री अपोलो में उपचार चोपन वर्षीय महिला रोगी को आवंटित हुई।
महज 3 घंटे में भोपाल,देवास एवं इंदौर ट्रैफिक पुलिस और अंगदान के क्षेत्र में सद्भाव और सहकार करने वाली नागरिको की सहायता से बने ग्रीन कॉरिडोर की सहायता से शाम 6:30 पर बंसल हॉस्पिटल से किडनी निकाल कर महज 3 घंटे में 9:30 पर राजश्री अपोलो हॉस्पिटल में पहुंची और प्रत्यारोपण के लिए चिकित्सा दल के लिए उपलब्ध हो गई।
केंद्र सरकार (नोटों)द्वारा बनाए गए विधान के अनुसार कल रात 6:30 बजे भोपाल गांधी मेडिकल कॉलेज के डिन डॉ श्रीमती कविता जी सिंह द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद इंदौर संभाग आयुक्त श्री दीपकसिंह जी की सतत मॉनिटरिंग में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता और इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सेक्रेटरी डॉ अरविंद जी घनघेरिया, सोटो मध्य प्रदेश के नोडल ऑफिसर डॉ मनीष पुरोहित,श्री शुभम वर्मा एवं श्रीमती निधि शर्मा सतत कार्यरत रहे एवं पूर्व डीन डॉ संजय दीक्षित का भी अनवरत मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
राजश्री अपोलो हॉस्पिटल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट को ऑर्डिनेटर डॉ संजय जैन, बंसल हॉस्पिटल भोपाल की नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ हर्षिता जी शर्मा एवं इंदौर मुस्कान ग्रुप सेवादार जीतू बगानी एवं संदीपन आर्य द्वारा पूरे कार्य प्रबंधन में समन्वय सेवा प्राप्त हुई।
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